हिसार: केवल श्रद्धा व भक्ति देखते भगवान : तरूण कृष्ण शांडिल्य
हिसार, 10 सितंबर (हि.स.)। पड़ाव क्षेत्रवासियों द्वारा गुर्जर-अहीर धर्मशाला में आयोजित की जा रही श्रीमद् भागवत कथा में आचार्य तरूण कृष्ण शांडिल्य ने कथा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान केवल श्रद्धा व भक्ति देखते हैं। श्रद्धा से भगवान को पल भर में मनाया जा सकता है। भक्ति से भगवान को कुछ समय में ही प्रकट किया जा सकता है।
आचार्य तरूण शांडिल्य ने मंगलवार को कहा कि आज के समय में लोग श्रद्धा व भक्ति का दिखावा करते हैं। ऐसे लोगों को कभी भी भगवान की प्राप्ति नहीं हो सकती है। कथा के दौरान भगवान श्री कृष्ण व रुक्मणी विवाह की झांकी निकाली गई। सुदामा चरित्र व व्यास पूजन के साथ कथा का विश्राम होगा। 11 सितंबर को हवन तथा विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।प्रतिवर्ष राधाष्टमी पर्व पड़ाव क्षेत्रवासियों द्वारा धूमधाम से मनाया जाता है। पड़ाव क्षेत्रवासियों का कहना है कि राधाष्टमी पर्व के सप्ताह में हमारा क्षेत्र बृज क्षेत्र हो जाता है।
इस दौरान अनेक सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों सहित पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर अनिल सैनी मानी, जगत हिंदुजा, नितिन, वेदप्रकाश, उमेद सिंह, सुभाष, महावीर, सतीश गर्ग, कृष्णा, हिरदेश, रिया, शीशपाल, महावीर (मड्डी) यादव, श्याम सुंदर वर्मा, चंदन शर्मा, सुनील यादव, पूर्व पार्षद एडवोकेट कृष्ण खटाणा, राजेंद्र, अभिमन्यु, माया, मुकेश, मंजीत, सुमन, निशा, बबली, नीलम, सुशील, मंजू, कंचन, शांति, विमला, नविका, ममता, पूनम, कमला, टोनी, सुदेश, सिलोचना व कविता सहित सैकड़ों की संख्या में भक्तगण मौजूद रहे। एडवोकेट कृष्ण खटाणा ने बताया कि इस बार कथा में एक नई शुरुआत की गई है, जिसके तहत कथा के दौरान तीन प्रश्न पूछे जाते हैं, जो कथा के प्रसंग से लिए जाते हैं। उनका सही जवाब देने वालों को सम्मानित किया जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर