पानीपत के बुआना ने सरपंच के लिए दोबारा होगी एक वार्ड की गणना
पानीपत, 29 अप्रैल (हि.स.)। पानीपत के इसराना उपमंडल के गांव लाखू बुआना में सरपंची के विवाद काे लेकर मंगलवार काे जिला कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने सभी पहलुओं पर सुनने के बाद पुनः मतगणना के निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने पानीपत चुनाव अधिकारी एवं डीसी को निर्देश हैं कि वे ग्राम पंचायत बुआना लाखू के सरपंच पद के लिए बूथ संख्या 69 पर सात मई को अपनी देखरेख में दोबारा मतगणना करवाएं।
आदेशों में कहा है कि उम्मीदवार अपने साथ एक प्रतिनिधि ले जाने के हकदार होंगे। डीसी, को निर्देश दिया गया है कि वे उम्मीदवारों को पुनर्मतगणना के समय और स्थान के बारे में सूचित करें। पुनर्मतगणना की वीडियोग्राफी की जाए। परिणाम वाली रिपोर्ट बूथ संख्या 69 में पुनर्मतगणना के लिए नौ मई तक जमा करवानी होगी।
पंचायती राज संस्थाओं के तहत दो नवंबर को संपन्न हुए ग्राम पंचायत चुनाव में गांव बुआना लाखू में एक अफसर की मामूली चूक की वजह से कुछ घंटे के लिए दो सरपंच बन गए थे। प्रशासन ने भी दोनों को विजेता का प्रमाणपत्र दे दिया था, लेकिन कुछ ही देर में यह गलती भारी पड़ गई। रि-काउंटिंग से जीता हुआ विजेता हार गया। अफसरों ने जब पड़ताल की तो गलती पकड़ में आ गई। जिसके बाद रात में ही परिणाम संशोधित कर विजेता को प्रमाणपत्र देकर दूसरे को दिए गए प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया गया है।यहां प्रत्याशी मोहित को मिले वोट कुलदीप के खाते में जुड़ गए और कुलदीप के वोट मोहित के खाते में जुड़ गए। जिसके बाद सभी बूथों के योग के आधार पर कुलदीप को विजयी घोषित कर दिया गया। कुलदीप को विजेता का प्रमाणपत्र भी दे दिया गया। गलती पकड़ में आने पर रिजल्ट को बदलते हुए मोहित को विजेता घोषित किया गया।मोहित मलिक ने कहा कि उनकी वोट 1051 थीं। उन्हें 51 वोटों से विजय मिली है। पहले अफसरों की गलती की वजह से सभी बूथों का योग सही नहीं हुआ। शिकायत दी तो इसकी पड़ताल की गई और गलती पकड़ में आई। जिसके बाद प्रशासन ने गलती सुधारी, लिखित में भी दिया और विजेता प्रमाणपत्र भी दिया।रिकाउंटिंग में हारे कुलदीप ने कहा कि पहले वह जीता था, इसलिए वह ही विजयी है। अफसरों ने रिजल्ट घोषित करने के बाद उसे प्रमाण पत्र दिया था। दूसरे को प्रमाण पत्र देने की सूचना किसी भी अधिकारी ने कोई फोन या मैसेज से उसे नहीं दी थी।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / अनिल वर्मा