यमुनानगर: लोहगढ़ में बनेगा शानदार किला, डॉक्यूमेंट्री भी बनाई जाएगी : कंवर पाल

 


यमुनानगर, 25 जून (हि.स.)। बाबा बंदा सिंह बहादुर लोहगढ़ फाउंडेशन ट्रस्ट यमुनानगर के द्वारा गुरूनानक खालसा कॉलेज में बाबा बंदा सिंह बहादुर के 309 शहीदी दिवस पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य वक्ता डॉक्टर सुखदयाल सिंह पुन्नू, पूर्व कैबिनेट मंत्री कंवर पाल, मुख्यमंत्री के ओएसडी प्रभलीन सिंह, ट्रस्ट के संस्थापक एस एस पाहवा भी विशेष रूप से पहुंचे।

इस मौके पूर्व कैबिनेट मंत्री कंवर पाल ने बुधवार को कहा किपूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को बाबा बन्दा सिंह बहादुर के इतिहास को लेकर बहुत जानकारी थी। सिखो की पहली राजधानी लोहगढ़ में रही। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए महापुरुषोंने समय-समय परकाम किया। उनका इतिहास नई पीढ़ी को पता होना चाहिए।आज वह काम हम कर रहे है। हमारी सरकार ने इतिहास में परिवर्तन किया। आज महापुरुषों का कक्षा छह से 12 कक्षा तक का इतिहास शामिल किया गया है । लोहागढ़ में एक शानदार किला और डॉक्यूमेंट्री बनाई जाएगी। बाबा बन्दा सिंह नेन्याय और धर्म की रक्षा के लिए अधर्म के खिलाफ शस्त्र उठाए। सिख गुरु नेसिख महापुरुष तैयार किए जिनका गौरव शाली इतिहास रहा है। लोहगढ़ ट्रस्ट का।प्रोजेक्ट पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर काड्रीम प्रोजेक्ट है उसे शानदार ढंग से बनाया जाएगा।

मुख्य वक्ता डॉक्टर सुखदयाल सिंह पुन्नू ने कहा कि समय-समय पर कई क्रांति हुई। लेकिन 11वीं सदी से 1947 तक जो इतिहास रहा वो हमारा नहीं था, वह लुटेरों और हमलावर मुगलों का राज रहा। इतिहास जीतने वालों का होता आया है। उन्होंने बाबा बन्दा सिंह बहादुर की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जीवनकाल 1670 से 1716 तक रहा। आज हम उनका 309वे शहीदी दिवस को उनको श्रद्धांजलि देकर याद कर रहें हैं। इनके बहादुरी के चर्चे बचपन से ही रहें लेकिन छोड़ी उम्र में ही इन्होंने वैराग लेक सच्चे गुरु की खोज की। उन्होंने अपने समय में सबसे पहले किसानों को जमीनों का हक दिया। बाबा बन्दा सिंह बहादुर लोहगढ़ ट्रस्ट के संस्थापक एस एस पाहवा व मुख्यमंत्री के ओएसडी प्रभलीन सिंह ने भी बाबा बन्दा सिंह बहादुर की जीवनी को लेकर संबोधित किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग