बहादुरगढ़ में गैस सिलेंडर फटने से मां-बेटी की मौत
-हादसे में पांच साल की बच्ची गंभीर रूप से हुई घायल
झज्जर, 30 अक्टूबर (हि.स.)। बहादुरगढ़ में सोमवार शाम अपने घर के रसोई घर में भोजन बना रही एक महिला और उनकी बेटी की गैस सिलेंडर फटने से मौत हो गई। जबकि महिला की छोटी बेटी घायल हो गई। इस खतरनाक विस्फोट की आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी और रसोई घर की छत भी फट गई।
बहादुरगढ़ शहर के बीचों बीच जटिया मोहल्ला में जितेंद्र और उनके भाई जयप्रकाश एक ही मकान में रहते हैं। जयप्रकाश का परिवार मकान के भूतल पर और जितेंद्र का प्रथम तल पर रहता है। जितेंद्र की पत्नी सुमन सोमवार शाम करीब साढ़े छह बजे अपने मकान के प्रथम तल पर रसोई घर में भोजन बना रही थी।
सुमन की 12 वर्षीय बड़ी बेटी चारवी और 5 वर्षीय छोटी बेटी प्रियल भी मां के साथ रसोई घर में मौजूद थीं। रसोई घर में चूल्हे से जुड़े सिलेंडर के अलावा एक और सिलेंडर रखा था। लेकिन जिस सिलेंडर की गैस से चूल्हा जल रहा था उसमें अचानक भीषण विस्फोट हो गया।
विस्फोट बहुत ताकतवर था। इससे न केवल घर की वह छत फट गई जिस पर बैठकर सुमन भोजन बना रही थी, बल्कि वह छत भी फट गई जो उनके ऊपर थी। ऊपर की छत फटी तो तीनों मां-बेटी उसके मलबे में दब गईं। सुमन और उनकी दोनों बेटियां गंभीर रूप से घायल हुई। बाद में सुमन व चारवी की मौत हो गई और प्रियल घायल हो गई।
एलपीजी सिलेंडर मेंं विस्फोट इतने खतरनाक हुए कि मोहल्ले की दूसरी गलियों में भी आवाज सुनाई दी। भयंकर आवाज सुन पड़ोस के लोग और नगर पार्षद अश्विनी शर्मा सुमन के मकान की तरफ दौड़े। घटना की सूचना मिलते ही शहर थाने से काफी संख्या में पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। छोटी बच्ची प्रियल पर अधिक मलबा नहीं गिर पाया था इसलिए पुलिस ने सबसे पहले उसको निकाल नागरिक अस्पताल पहुंचाया।
सुमन व चारवी को भी अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन
सुमन व चारवी को कुछ ही मिनट बाद डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। छोटी बेटी प्रियल को पीजीआईएमएस रोहतक भेज दिया गया। जहां उसकी हालत में सुधार हो रहा है। विस्फोट के बाद सुमन व चारवी को निकालने में घंटाभर लग गया। जिस समय घटना हुई उस समय परिवार के मुखिया जितेंद्र व उनके भाई जयप्रकाश घर में नहीं थे। वे बाजार में अपनी अटैची-बैग की दुकान में थे।
हिन्दुस्थान समाचार/ शील