फरीदाबाद: वर्ष 2023 में पुलिस ने दुष्कर्म के 306 आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
फरीदाबाद, 16 जनवरी (हि.स.)। वर्ष 2023 में दुष्कर्म के मामलों में फरीदाबाद पुलिस ने 306 आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेजा है, जबकि महिला विरुद्ध अपराधों का वर्कआउट पर्सेंटेज 97 प्रतिशत रहा। उक्त मामलों में विश्लेषण किया गया, जिसमें पाया कि दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने वाले ज्यादातर आरोपी, दुष्कर्म पीडि़ता के जानकार, पड़ोसी, रिश्तेदार, परिजन व सोशल मीडिया के दोस्त, स्कूल बस ड्राइवर, चपरासी व झाड़ फूंक इत्यादि करने वाले पाए गए।
पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने बताया कि दुष्कर्म के मामलों में मुख्य तरीका शादी का झांसा देना, नशीला पेय पदार्थ पिलाकर, जबरदस्ती, डरा धमकाकर, बहला फुसलाकर या वीडियो वायरल करने की धमकी देकर दुष्कर्म करना पाया गया है। उन्होंने बताया कि शादी करने के नाम पर झांसा देकर दुष्कर्म की 108 वारदातें होनी पाई गई है, वहीं महिला के साथ जबरदस्ती संबंध बनाने की 50, नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म करने की 37, डरा धमकाकर 22, बहला फुसलाकर 11, वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 11, आपसी दोस्ती में 8, नौकरी देने का लालच देकर 5, घर में जबरदस्ती घुसकर 4, पैसों का लालच देने के 3, इलाज के दौरान डाक्टर द्वारा, झाड़ फूंक के नाम पर व अनैतिक देह व्यापार की एक-एक वारदात व गैंगरेप की एक वारदात सहित दुष्कर्म की 319 वारदातें सामने आई है।
वर्ष 2023 में दर्ज मामलों में से 46 मामले झूठे भी पाए गए। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर आंकड़ों का विश्लेषण करने पर सामने आया कि दुष्कर्म के मामलों में 159 आरोपी पीडि़त महिला के जानकार थे, 51 पड़ोसी, 26 रिश्तेदार, 10 परिजन, 8 इंस्टाग्राम के दोस्त, 2 कंपनी मालिक, 2 व्यक्ति स्कूल की गाड़ी का ड्राइवर या स्कूल में पानी सप्लाई करने वाला था। इसके अलावा 34 अनजान व्यक्तियों की भी संलिप्तता पाई गई। उक्त मामलों के विश्लेषण के आधार पर महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस आयुक्त महोदय के निर्देशानुसार कम्युनिटी पुलिसिंग विंग, दुर्गा शक्ति, महिला पुलिस सहित फरीदाबाद पुलिस द्वारा विभिन्न प्रकार के जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। वर्ष 2023 में फरीदाबाद पुलिस द्वारा करीब 450 जागरुकता प्रोग्राम कर करीब 1,25,000 महिलाओं, बच्चों, व बुजुर्गों सहित आमजन को इस प्रकार की आपराधिक वारदातों के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया गया, ताकि इस प्रकार के मामलों में कमी आए तथा हमारे समाज को एक सुरक्षित माहौल प्रदान करके और बेहतर बनाया जा सके।
हिन्दुस्थान समाचार/मनोज/संजीव