फतेहाबाद: जल्द बोली बंद करने से किसानों को हो रहा नुकसान, डीसी से मिले किसान नेता
सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक धान की बोली सुनिश्चित करवाए प्रशासन : संदीप काजला
फतेहाबाद, 3 नवम्बर (हि.स.)। मण्डियों व खरीद केन्द्रों पर खरीद एजेंसी के अधिकारियों द्वारा जल्द बोली बंद कर दिए जाने से किसानों में काफी रोष है। किसानों का कहना है कि ऐसे में उन्हें निजी व्यापारियों को कम कीमत पर धान बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। किसानों की इस समस्या को लेकर भारतीय किसान यूनियन चढूनी का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को जिला प्रधान संदीप काजला के नेतृत्व में उपायुक्त से मिलने पहुंचा।
उन्हें मांग पत्र सौंपकर सुबह 10 से शाम 5 बजे तक धान की बोली करवाने की मांग की। इसके अलावा किसान यूनियन ने बाहर से आने वाले धान को रोकने के लिए भी सख्त एक्शन की मांग की है। प्रतिनिधिमंडल में उनके साथ नरदीप सिंह, महेन्द्र कुमार सहित अनेक किसान मौजूद रहे। किसान नेताओं ने कहा कि धान खरीद सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होने चाहिए। कई दिनों से किसानों की धान की बोली थोड़ी देर करने के बाद बंद कर दी जाती है। बाद में व्यापारी धान को कम रेटों पर खरीद कर रहे है। ऐसे में मण्डी में धान लेकर आए किसानों को मजबूरी में कम रेटों पर अपना धान बेचना पड़ रहा है। उन्होंने जिला उपायुक्त से मांग की कि मण्डियों में धान की बोली सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक करना सुनिश्चित किया जाए ताकि व्यापारियों की मनमानी बंद हो सके। इस दौरान कोई अधिकारी या कर्मचारी लापरवाही बरतता है तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाए। उन्होंने कहा कि जिले में बाढ़ के कारण धान 20-25 दिन लेट हो गया है। उस धान की खरीद न होने से किसान परेशान हैं। ऐसे धान की जल्द खरीद शुरू हो।
इसका मुख्य कारण बाहर से आने वाला सस्ता धान है। किसान संगठन ने जिला प्रशासन से बाहर से आने वाले धान को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की ताकि यहां के किसानों का धान समय पर खरीदा जा सके। किसान नेता ने कहा कि प्रशासन द्वारा कोई संसाधन उपलब्ध न करवाए जाने से किसान आज पराली जलाने को मजबूर है। वहीं शैलर मालिक भी कम कीमत पर धान खरीदकर किसानों को जमकर लूट रहे है। इस पर तुरंत रोक लगे।
हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/संजीव