सोनीपत: हाईटेंशन लाइन के टावर के विरोध में महापंचायत होगी
-किसानों को शिष्टमंडल उपायुक्त से मिला अपनी बात रखी
-किसानों के संघर्ष को एसकेएम का पूरा समर्थन
- गांव नाहरा में 11 अप्रैल को होगी किसान महापंचायत
सोनीपत, 10 अप्रैल (हि.स.)। दिल्ली किसान अधिकार मोर्चा के अध्यक्ष सतेंद्र लाेहचब ने कहा कि दिल्ली-हरियाणा के लगभग 120 गांवों के किसान परेशान हैं। औचंडी बॉर्डर के उनके खेतों में जबरदस्ती बिजली की हाईटेंशन लाइन बिना मुआवजा दिए ही ििनिकाली जा रही है। इसी का वे विरोध कर रहें हैं। बुधवार को प्रघान सतेंद्र लोहचब और उमेश दहिया सतेंद्र दहिया ब्लाक प्रघान खरखौदा, प्रदीप खत्री राई किसानों को शिष्टमंडल उपायुक्त डा. मनोज कुमार से मिला। अपनी समस्या रखी।
उन्होंने कहा कि पावर ग्रिड नरेला ट्रांसमिशन लिमिटेड की 765 केवी डी/सी हाईटेंशन बिजली लाइन राजस्थान के जिला झुंझुनू में खेतड़ी से हरियाणा के कई जिलों में होती हुई राष्ट्रीय राजधानी के नरेला क्षेत्र पहुंच रही है। यह (पीपीपी) का प्रोजेक्ट है जिसमें 51 प्रतिशत हिस्सा भारत सरकार 49 प्रतिशत हिस्सा अडानी समेत निजी क्षेत्र का है।
किसानों ने 13 नवंबर 2023 से पंजाब-खोड़ गांव से आवाज उठाई 25 नवंबर 2023 को औचंडी बॉर्डर इस मसले को उठाया तो पुलिस ने 35 लोगों की गिरफ्तार किया था। 14 - 15 जनवरी 2014 को 52 गिरफ्तारियां हुई। 11 फरवरी 2024 को औचंडी बॉर्डर पर किसान महापंचायत हुई थी। भारतीय किसान यूनियन की ओर से एसकेएम के चौधरी राकेश टिकैत, विभिन्न संगठनों के नेता, खापों के प्रधान शामिल हुए थे।
सोनीपत के गांव नाहरा में 30 मार्च 2024 को नाहरा में पंचायत हुई थी जिसमें 16 किसानों के नाम सहित सैकड़ों किसानों के खिलाफ पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर का विरोध किया गया था। अब नाहरा में 11 अप्रैल 2024 को किसान महापंचायत बुलाई है। संघर्षरत किसानों की बात सुनी जाए, पुलिस हस्तक्षेप बंद किया जाए, कंपनी बिना मुआवजा दिए किसी भी तरह से खेतों में जबरन गड्ढे़ खोदने, हाई टेंशन लाइन के टावर लगाने से बाज आए।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेंद्र/संजीव