फरीदाबाद : बीके अस्पताल मेें दो दिन में हुई तीन लोगों की मौत

 


मरीजों के इलाज में लापरवाही हुई; अब तक शवों की पहचान नहीं हुई

फरीदाबाद, 8 अगस्त (हि.स.)। फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल में दो दिन में तीन लावारिस मरीजों की मौत हो गई। बुधवार को एक के बाद एक दो लावारिस मरीजों की मौत हो गई, जिनमें से एक लगभग 55 साल की बुजुर्ग महिला शांति देवी और एक 60 साल के बुजुर्ग शामिल है। इन्हें कुछ दिन पहले ही इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, लेकिन अस्पताल में उनका इलाज सही से नहीं किया गया। मंगलवार को भी लगभग 46 साल के एक शख्स की मौत हो गई थी, जिसे सेक्टर 37 इलाके से एएसआई गजेंद्र ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

इमरजेंसी ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर पारुल ने प्राथमिक उपचार देकर उसकी गंभीर हालत को देखते हुए दिल्ली के सफदरजंग इलाज के लिए रेफर किया था और तुरंत ऑक्सीजन लगाने के लिए स्टाफ नर्स को कहा था। स्टाफ नर्स ने उसे घंटों तक ऑक्सीजन नहीं लगाई। जीडीए न होने के कारण उसे दिल्ली नहीं ले जाया जा सका। इसके चलते उस शख्स ने तड़प तड़प कर बेड पर ही दम तोड़ दिया। अभी तक तीनों मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है, जिसके चलते तीनों के शवों को फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल की मॉच्र्युरी में रखवाया गया है। वहीं जब इस मामले में बादशाह खान सिविल अस्पताल में पीएमओ डॉक्टर दारा सिंह राठी से पूछा गया तो उन्होंने कहा की वह लीव पर चल रहे थे। उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।

उन्होंने कहा कि मैं जानकारी लेकर इस मामले में उचित संज्ञान लूंगा। हरियाणा के डायरेक्टर जनरल हेल्थ ने कुछ महीने पहले ही बादशाह खान सिविल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था। उस दौरान भी कई मरीजों को बिना कार्ड के ही इमरजेंसी में रखा गया था, जिस पर संज्ञान लेते हुए तुरंत प्रभाव से डायरेक्टर जनरल हेल्थ डॉक्टर रणदीप पूनिया ने तत्काल प्रभाव से आरएमओ रोहित गौड़ को पद से हटाकर दूसरा आरएमओ नियुक्त करने के निर्देश दिए थे। साथ ही अस्पताल के स्टाफ को काफी लताड भी लगाई थी और हिदायत दी थी की लावारिस मरीजों का विशेष ख्याल रखा जाए। किसी को भी बिना फाइल बनाए अस्पताल में भर्ती न किया जाए। लेकिन बावजूद इसके आज भी अस्पताल में हालात जस के तस बने हुए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर / SANJEEV SHARMA