फरीदाबाद: नियमों का उल्लंघन करने वाली छह स्कूल बसें इम्पाउं
स्कूल बसों की चैकिंग के लिए आरटीए, पुलिस और शिक्षा विभाग की टीमें गठित
जिला में सभी 1159 स्कूलों की 3338 स्कूल बसों की जांच के दिए आदेश
फरीदाबाद, 12 अप्रैल (हि.स.)। महेंद्रगढ़ में हुए स्कूल बस हादसे के बाद जिला में स्कूल बसों की चेकिंग के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया है। अभियान के तहत छह स्कूल बसों को इम्पाउंड किया गया है। वहीं गुरुवार को ईद की छुट्टी के स्कूल खोलने वाले स्कूल संचालकों को भी नोटिस जारी किए गए हैं। उपायुक्त विक्रम सिंह शुक्रवार को मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद की वीसी के पश्चात अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने निर्देश दिए कि जिला में सभी स्कूलों की बसों की सघनता से जांच की जाए। उन्होंने कहा कि जिला में 1159 स्कूलों में 3338 बसें हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी बसों की जांच के लिए पुलिस, डीईओ और आरटीए की संयुक्त टीम का गठन किया गया है। यह सभी टीमें लगातार कार्य करेगी और बसों की जांच करेगी। मीटिंग के दौरान उन्होंने आरटीए से फरीदाबाद जिला में की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी ली। इस दौरान आरटीए मुनीष सहगल ने बताया कि दोपहर तक छह स्कूली बसों को इंपाउंड किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि बसों को लेकर कार्रवाई लगातार की जा रही है। इस दौरान उपायुक्त विक्रम सिंह ने निर्देश दिए कि दस दिन के अंदर प्रत्येक बस की रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
उन्होंने कहा कि नियमों के तहत प्रत्येक बस में जो 14 नियमों की पूरी पालना हो। डीजल बस 10 साल से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए। पेट्रोल व सीएनजी की बस 15 साल से पुरानी नहीं होनी चाहिए। प्रत्येक स्कूल बस में आईपी कैमरा, मानिटर हो और 15 दिन की रिकार्डिंग बस में और 90 दिन की स्कूल में हो। बस में महिला सहायक होनी आवश्यक है। सुरक्षित वाहन पालिसी के सभी नियम पूरे हो। चालक के पास पांच साल का अनुभव होना चाहिए। कंडक्टर के पास वैध लाईसेंस होना चाहिए। रजिस्ट्रेशन व फिटनेस सर्टिफिकेट हो। बसों में स्पीड गवर्नर लगा हो और कार्य करता हो। अग्निशमन यंत्र लगा हो। ब्रेक व इमरजेंसी ब्रेक सही से काम कर रहे हों। हेड लाईट व बैक लाईट सही हो। फर्स्ट एड बॉक्स लगा होना चाहिए। मीटिंग में आरटीए मुनीष सहगल, जिला शिक्षा अधिकारी आशा दहिया भी मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार/मनोज/संजीव