फरीदाबाद : नूंह हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी नजरबंद, पलवल महापंचायत में जाने से रोका
फरीदाबाद, 7 दिसंबर (हि.स.)। नूंह हिंसा मामले के आरोपी और गोरक्षा बजरंग फोर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार पांचाल उर्फ बिट्टू बजरंगी को क्राइम ब्रांच ने रविवार को उनके फरीदाबाद स्थित घर में नजरबंद कर दिया। पुलिस की यह कार्रवाई उस समय हुई जब वह पलवल में आयोजित महापंचायत में हिस्सा लेने जा रहे थे।
महापंचायत का आयोजन पलवल में उस घटना को लेकर किया जा रहा है, जिसमें एक नाबालिग हिंदू लड़की को कथित तौर पर मस्जिद में ले जाकर जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा है। ग्रामीण आरोपी की गिरफ्तारी और मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पलवल पुलिस प्रवक्ता संजय कादयान ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि बताया कि धर्म परिवर्तन मामले में पुलिस अब तक मौलवी समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
हालांकि ग्रामीणों का आरोप है कि इस घटना में और भी लोग शामिल थे, लेकिन पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही। इसी मुद्दे पर आज गांव में महापंचायत बुलाई गई है।
उक्त मामले में घटना पलवल के एक गांव की है। पीड़ित लड़की के पिता ने बताया कि 25 सितंबर को एक मुस्लिम युवक उनके घर आया और बेटी को यह कहकर साथ ले गया कि मौलवी उन्हें बुला रहे हैं।
लड़की के मस्जिद पहुंचने पर वहां दो महिलाएं पहले से मौजूद थीं एक युवक की मां और दूसरी उसकी पड़ोसन। पिता ने आरोप लगाया कि शाम को जब वे घर लौटे तो बेटी नदारद थी। तलाश करते हुए जब वे मस्जिद पहुंचे तो बेटी की चीखें सुनाई दीं। अंदर जाकर देखा तो कई लोग बेटी का धर्म परिवर्तन करा रहे थे, दो महिलाओं के हाथ में धार्मिक पुस्तक थी। उन्होंने बताया कि बेटी के हाथ का कलावा और राखियां काट दी गई थीं, माथे का तिलक मिटा दिया गया था। जब वे बेटी को बाहर लेकर आए तो रास्ते में 6-7 लोगों ने उन्हें हथियार दिखाकर धमकी दी। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जानकारी ग्रामीणों को दी औऱ उसके उपरान्त पुलिस को शिकायात दी।
राजकुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी फरीदाबाद के संजय एन्क्लेव, पर्वतीय कॉलोनी का रहने वाला है। वह 31 जुलाई 2023 को नूंह में बृजमंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद सुर्खियों में आया था।
इस मामले में उस पर एफआईआर दर्ज हुई थी। बाद में फरीदाबाद से उसकी गिरफ्तारी भी हुई थी। हरियाणा विधानसभा चुनाव में बिट्टू बजरंगी ने फरीदाबाद NIT सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया था, हालांकि बाद में उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया।
हिन्दुस्थान समाचार / गुरुदत्त गर्ग