फरीदाबाद: बिट्टू बजरंगी के भाई की मौत, पुलिस-प्रशासन के आश्वासन के बाद किया अंतिम संस्कार

 


बिट्टू बजरंगी बोले, प्रशासन ने रखी सभी मांगों को मान लिया

फरीदाबाद, 9 जनवरी (हि.स.)। नूंह हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी के भाई की हमले के 27 दिन बाद दिल्ली के एम्स में मौत हो गई। पिछले महीने पेट्रोल छिडक़कर उसे आग लगाई गई थी, जिसके बाद अस्पताल में उसे ले जाया गया। यहां से उसे दिल्ली के एम्स में भर्ती करवाया गया। सोमवार देर रात उसने दम तोड़ दिया। गौरक्षा बजरंग फोर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पर 13-14 दिसंबर की रात हमला हुआ था। बदमाशों ने उससे पूछा था कि वह बिट्टू बजरंगी का भाई है, महेश के हां बोलते ही उन्होंने पेट्रोल छिडक़कर उसे आग लगा दी।

मंगलवार दोपहर को महेश का शव फरीदाबाद स्थित घर लाया गया, परिवार ने शव घर के बाहर रखा और एक करोड़ आर्थिक सहायता, परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी, आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग और बिट्टू बजरंगी को सुरक्षा देने की मांग की। इसके बाद सूचना पाकर एसीपी विष्णु दयाल और एसडीएम त्रिलोक चंद बिट्टू बजंरगी के घर पहुंचे और परिवार से बातचीत की। अधिकारियों से मीटिंग के बाद बिट्टू बजरंगी ने कहा कि प्रशासन ने परिवार की बात मान ली है, इससे ज्यादा वह कुछ नहीं चाहते, वह अब भाई का विधिवत रूप से अंतिम संस्कार करेंगे। मृतक के भाई बिट्टू ने बताया था कि रात 1.20 बजे उनका भाई संजय एंक्लेव की पर्वतीया कालोनी स्थित घर पहुंचा, उसने गेट खटखटाते हुए अपनी पत्नी नेहा को आवाज लगाई। महेश ने कहा कि जल्दी दरवाजा खोलो, मुझे किसी ने आग लगा दी है।

आनन फानन में पत्नी ने दरवाजा खोला तो महेश बुरी तरह से झुलसी हालत में बाहर खड़ा था, इसके बाद वह उसे ऑटो मेें अस्पताल ले गए। बिट्टू बजरंगी ने बताया कि उनकी डबुआ मंडी में सब्जी की दुकान है, छोटा भाई महेश रात को एक बजे मंडी में था, तभी वहां कुछ युवक आए और उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी, जिससे वह 60 प्रतिशत झुलस गया था। बिट्टू बजरंगी ने कहा कि उसे पहले ही अंदाजा था कि उसके भाई पर हमला कर उसे कमजोर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उस पर भी हमला हो सकता है, इस बारे में उन्होंने पुलिस को पहले ही बता दिया था।

हिन्दुस्थान समाचार/मनोज/संजीव