हिसार : चुनाव लड़ रहे किसी भी प्रत्याशी के एजेंडे में नहीं पर्यावरण
राजनीतिक दलों के घोषणा पत्र में पर्यावरण मुद्दा गायब : सहजानंद
हिसार, 28 सितंबर (हि.स.)। वल्र्ड क्लाइमेट चेंज फाउंडेशन के संचालक स्वामी सहजानंद सरस्वती ने सभी राजनीतिक दलों के पर्यावरण की अनदेखी पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दलों के जारी घोषणा पत्रों का अध्ययन किया है, विस की कुल 90 सीटों पर एक हजार से भी ज्यादा प्रत्याशी मैदान में हैं मगर किसी के भी मेनिफेस्टों में पर्यावरण का ‘प’ भी नहीं है।
स्वामी सहजानंद ने शनिवार को कहा कि मशीनीकरण और आधुनिकीकरण के नाम पर पेड़ों की हो रही अंधाधुंध कटाई से वैश्विक स्तर पर पर्यावरण को भारी क्षति पहुंच रही है। यही हाल रहा तो कुछ साल बाद जंगल तो गायब मिलेंगे, आसमान छूती कंकरीट की बिल्डिंगों की संख्या तो बहुतेरी होंगी मगर उसमें रहने वाले लोग स्वच्छ हवा में सांस नहीं ले जाए तो आर्थिक प्रगति किसी काम नहीं रह जाएगी। उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण सबसे बड़ा पर्यावरण हत्यारा है, यह दुनिया भर में रह रहे 8 अरब से अधिक लोगों को रोज तिल-तिल मार रहा है। पर्यावरण में फैली विषाक्त गैसों से मुनष्य का औसत जीवन 2.2 वर्ष कम हो गया है। प्रदूषण से अकेले भारत में हर साल 13 लाख लोगों की जान चली जाती है। साल 1958 के बाद से लेकर अब तक वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा 25 प्रतिशत और औद्योगिक क्रांति के बाद करीब 40 प्रतिशत तक बढ़ गई है।
स्वामी सहजानंद सरस्वती ने कहा कि करीब दो करोड़ 82 लाख की जनसंख्या वाले हरियाणा प्रदेश में 10 से ज्यादा शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 300 से ज्यादा दर्ज होता रहा है। यहां इंसान को साफ पानी पीने के लिए डिब्बा बंद बोतल खरीदनी पड़े और कहीं पर भी साफ हवा में सांस नहीं मिले तो फिर चुनाव लड़े रहे निदर्लीय समेत सभी दलों के उम्मीदवारों के गरीबी खत्म करने के लोकलुभावन वादों का कोई मतलब नहीं रह जाता है। गौरतलब है कि वल्र्ड क्लाइमेट चेंज फाउंडेशन पर्यावरण की रक्षा के लिए काम कर रहा है और इस समय यूएसए, ऑस्ट्रिया, जर्मनी, स्विट्जरलैंड समेत विश्व के प्रमुख देशों में इसकी शाखाएं फैली हैं। भारत में भी फाउंडेशन करीब 15 राज्यों में सक्रियता से कार्य कर रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर