हिसार: गुजवि में फूड टेक्नोलॉजी विभाग में इंटेग्रेटिड बीएससी-एमएससी कार्यक्रम शुरू

 


खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं प्रशिक्षण गतिविधियों पर जोर

हिसार, 24 जून (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के फूड टेक्नोलॉजी विभाग में वर्तमान शैक्षणिक सत्र से इंटेग्रेटिड बीएससी (ऑनर्स/ऑनर्स विद रिसर्च)-एमएससी (फूड टेक्नोलॉजी) कार्यक्रम शुरु किया गया है। इसके अतिरिक्त इस विभाग में एमएससी फूड टेक्नोलॉजी, बीवॉक फूड प्रोसेसिंग एंड इंजीनियरिंग व बीटेक फूड टेक्नोलॉजी कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने सोमवार को बताया कि विश्वविद्यालय का फूड टेक्नोलॉजी विभाग खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं प्रशिक्षण गतिविधियों पर बल दे रहा है। इसके अलावा मूल्य संवर्धन के साथ कच्चे खाद्य पदार्थों के संरक्षण और प्रसंस्करण के लिए नवीन प्रौद्योगिकियों के विकास में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि फूड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। इंटेग्रेटिड बीएससी (ऑनर्स/ऑनर्स विद रिसर्च)-एमएससी (फूड टेक्नोलॉजी) कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है।

फूड टेक्नोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डा. मनीष कुमार ने बताया कि इस कोर्स में दाखिले के लिए विज्ञान विषय में 12वीं पास विद्यार्थी दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में शैक्षणिक मेरिट के आधार पर दाखिला किया जाएगा। बी.वॉक. फूड प्रोसेसिंग एंड इंजीनियरिंग कार्यक्रम में भी दाखिला शैक्षणिक मेरिट के आधार पर होगा। बी.वॉक. फूड प्रोसेसिंग एंड इंजीनियरिंग कार्यक्रम में आर्ट्स या कामर्स से 12वीं पास आवेदक आवेदन कर सकते हैं।

एमएससी फूड टेक्नोलॉजी कार्यक्रम में दाखिला प्रवेश परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। एमएससी फूड टेक्नोलॉजी में 40, इंटेग्रेटिड बीएससी (ऑनर्स/ऑनर्स विद रिसर्च)-एमएससी (फूड टेक्नोलॉजी) में 40 व बीवॉक फूड प्रोसेसिंग एंड इंजीनियरिंग कार्यक्रम में 40 सीटों पर दाखिले के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 26 जून है। बीटेक फूड टेक्नोलॉजी में दाखिला हरियाणा स्टेट टेक्लीकल एजुकेशन सोसायटी द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में सरकारी व निजी क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं के साथ-साथ विद्यार्थी उद्यमी बनकर भी अपना केरिअर बना सकते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव