हिसार : शिक्षा के लक्ष्य को पाकर ही वाल्मीकि समाज का होगा उत्थान : भावाधस

 


हिसार, 24 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय वाल्मीकि धर्म

समाज (भावाधस) केन्द्रीय कार्यालय की ओर से यहां में ‘शिक्षा लक्ष्य’ और ‘उद्देश्य’ विषय पर चिंतन शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम

की अध्यक्षता भावाधस के सर्वोच्च निर्देशक महात्मा वीरेश श्याम मकराक्ष ने की। इसमें

हिसार के वाल्मीकि समाज के प्रबुद्धजनों और विद्वानों ने शिरकत की। प्रतिभागी विद्वानों

ने विषय पर अपने विचार साझा किए, जिनका संग्रह करके इसी प्रकार का आयोजन हरियाणा

में प्रांतीय स्तर पर आयोजित करने के लिए एकमत से सहमति बनी।

सभी विद्वानों ने बुधवार काे इस कार्यक्रम के आयोजन और विषय

को आज तक का सबसे अर्थपूर्ण सारगर्भित और सफल आयोजन का श्रेय दिया। कार्यक्रम में सभी

की सहमति बनी। इस प्रकार के कार्यक्रमों में बिना राजनैतिक बंधन, गुटबाजी बंधन और संगठनों

के गठबंधनों के आयोजित किया जाए। इस प्रकार के कार्यक्रम सही मायनों समाज हित में होते

हैं। उन्होंने कहा कि ‘शिक्षा लक्ष्य’ और ‘उद्देश्य’ आज समाज की जरूरत है। जब तक पूरा समाज एकजुट होकर शिक्षा रूपी अनमोल रत्न

के लक्ष्य का उद्देश्य नहीं पूरा कर लेता, तब तक समाज आगे नहीं बढ़ सकता।

शिविर में महात्मा वीरेश श्याम मकराक्ष, वीर जेके

खैरवाल, राजिंदर ढाका, वेदप्रकाश लोहट, बलराज चौहान, जनक अटवाल, रणबीर बिड़ला, गणेश

राम, मुकेश दुलगच, विजय कुमार खैरवाल, सुरेश मात्रश्याम, हरि नारायण, बाबू लाल टांक,

अशोक अटवाल, चन्दगी राम, बलबीर भूमबक, जे पी बागड़ी, टेक चंद अटवाल, विशु लोहट, राजेंद्र

कुमार, बलिंद्र सिंह, बलदेव राज सरवटे, मुकेश कुमार बिल्लू, आकाश बिड़लान आदि उपस्थित

थे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर