सोनीपत: धर्म परिर्वतन नहीं हृदय परिवर्तन करें: प्रकाश साह
-गुरु संगत पाकर मनुष्य बन जाता है सदगुणीः देवेंद्र कादियान
-लल्हेड़ी रोड पर 15वां गुरु सुमिरन समारोह का आयोजन, लगाया विशाल भंडारा
सोनीपत, 10 मार्च (हि.स.)। गन्नौर लल्हेड़ी रोड स्थित भगवान वाल्मीकि आध्यात्मिक आश्रम में रविवार को परम पूज्य प्रकाश साह की पावन स्मृति में रवि साह महाराज के पावन सान्निध्य में 15वां गुरु सुमिरन समारोह में उनके आदर्श, उनकी शिक्षा धर्म परिर्वतन नहीं हृदय परिवर्तन करने का संदेश दिया। इसको जीवन में अपनाने का संकल्प लिया गया।
बतौर मुख्यातिथि देवा सोशल वेलफेयर सोसायटी गन्नौर संस्थापक एवं समाजसेवी देवेंद्र कादियान ने कहा कि गुरुओं से आशीर्वाद जीवन को संवारता है। गुरु संगत से मनुष्य सदगुणों से अलंकृत होता है। युवा देश की रीढ़ है, इसलिए युवाओं को नशे से दूर रहे हमें समाज को जागरूक करने की जरूरत है। स्वामी ज्ञानानंद महाराज जी ने कहा कि सफलता को पाने के लिए लगन, ईमानदारी और मेहनत करनी है। हर जिम्मेदारी के प्रति ईमानदारी रहना है। गुरु की कृपा से परमात्मा से मिलन होता है। शास्त्रों में भी गुरु का जिक्र प्रमुखता के साथ किया है।
अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला गुरु ही है। इंसान को संसार का मोह भगवान की तरफ नहीं जाने देता और जीव संसार की मोह माया में उलझा रहता है। रवि साह महाराज ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि परम पूज्य प्रकाश साह ने अपना पूरा जीवन नशा मुक्त करवाने में लगाया। विशाल भंडारा लगाया गया। श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर सिद्धपीठ सतकुंभा तीर्थ से स्वमी सत्यवान जी महाराज, सतकुंभा के प्रबंधक सूरज शास्त्री, मुकेश सौदा, बॉबी, बिरमति, सरोज, निर्मला, कविता समेत आदि भक्तजन उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेंद्र/संजीव