झज्जर : टीबी उन्मूलन टीकाकरण अभियान में गोलमाल, जांच में लीपापोती के आरोप
झज्जर, 31 दिसंबर (हि.स.)। केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में गोलमाल का मामला सामने आया है। आरोप सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच की जा रही है। जांच टीम में शामिल चिकित्सा अधिकारी अपने स्तर पर टीकाकरण अभियान में लगी आशा वर्कर, एएनएम व नर्सों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। वहीं इस मामले में शिकायकर्ताओं ने जांच में लीपापोती का आरोप लगाया है।
शिकायतकर्ताओं ने बुधवार को शहर के आदर्श नगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर रोष जताया व जांच टीम को बीसीजी का टीका न लगने के शपथ पत्र भी दिए हैं। उनका आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग इस घोटाले पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है और डाटा अपडेट करने की आड़ में फर्जी रिकॉर्ड को दुरुस्त किया जा रहा है। इस मामले को लेकर शिकायतकर्ता अनूप अहलावत ने स्वास्थ्य विभाग और जांच प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
शिकायकर्ता अनूप अहलावत ने बताया कि झज्जर जिले के टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के इंचार्ज एवं उप सिविल सर्जन द्वारा 29 दिसंबर को कर्मचारियों को डाटा अपडेट करने के निर्देश देते हुए पत्र जारी किया गया है। इसी पत्र को आधार बनाकर अनूप अहलावत ने आरोप लगाया कि यह पूरा प्रयास गोलमाल को छुपाने और फर्जी आंकड़ों को सही दिखाने के लिए किया जा रहा है।
वहीं बहादुरगढ़ के आदर्श नगर स्थित अर्बन पीएचसी में जांच समिति के समक्ष बयान दर्ज कराने पहुंचे लोगों ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं। चंचु और राजपाल का कहना है कि जिन लोगों ने बीसीजी का टीका नहीं लगने को लेकर शपथ पत्र दिए थे, उन्हें अब फोन करके धमकाया जा रहा है। आरोप है कि उन्हें पुलिस द्वारा पकड़ने और भविष्य में स्वास्थ्य सेवाएं बंद करने का डर दिखाया जा रहा है।
अनूप अहलावत ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव को इस पूरे मामले की शिकायत भेजी थी, जिसके बाद जांच शुरू हुई। अब अनूप अहलावत ने मामले की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की बात कही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज