फरीदाबाद: उपराष्ट्रपति धनखड़ की धर्मपत्नी सुदेश धनखड़ ने मेले में की खरीदारी
बुनकरों, हस्तशिल्प कलाकारों और शिल्पकारों की करी हौसला अफजाई
आपणा घर हरियाणा पैविलियन में घाघरा, घोटे की चुंदड़ी, खाट-पीढा, मूढ़े व अन्य परंपरागत चीजों को देखा
फरीदाबाद, 3 फरवरी (हि.स.)। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की धर्मपत्नी सुदेश धनखड़ शनिवार को 37वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्त-शिल्प मेले में पंहुची। उन्होंने इस दौरान विभिन्न स्टॉल पर जाकर बुनकरों, हस्तशिल्प कलाकारों और शिल्पकारों के बने उत्पादों को देखा तथा उनकी हौसला अफजाई की।
उन्होंने सबसे पहले थीम स्टेट गुजरात की खादी स्टॉल का अवलोकन किया तथा परिधानों की जानकारी ली। इसके बाद आपणा घर हरियाणा पैवेलियन का दौरा कर हरियाणा की परंपरागत रीति-रिवाज, सांस्कृतिक व कला के बारे में जानकारी ली। यहां पर उन्होंने घाघरा, घोटे की चुंदड़ी, खाट-पीढा, मूढ़े व अन्य परंपरागत चीजों को देखा। इस अवसर पर अपना घर के संरक्षक डा. महासिंह पूनिया ने हरियाणवी लोक संस्कृति पर आधारित पुस्तक भेंट की तथा एक पींढा भी यादगार स्वरुप भेंट किया। इससे पहले श्रीमती धनखड़ का अपना घर में पहुंचने पर हरियाणवी पगड़ी बांधकर स्वागत किया। उन्होंने साझीदार राष्ट्र यूनाइटेड रिपब्लिक ऑफ तंजानिया की पैविलियन का दौरा किया तथा उनकी संस्कृति और परंपरा के बारे में जाना। श्रीमती धनखड़ ने विकसित भारत लॉउंज में हमारा ऐप नमो ऐप के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सेल्फी ली।
इसके साथ ही उन्होंने वहां पर अपने परिजनों के साथ विभिन्न स्टॉल पर घूमकर खरीददारी की। राष्ट्रीय आजीविका ग्रामीण विकास मिशन के तहत सरकार स्वरोजगार को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने ऐसी कई स्वयं सहायता समूह के स्टॉल का दौरा किया। इसी कड़ी में श्रीमती धनखड़ ने आज राजस्थान की एक स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए गए नमकीन, अचार, मुरब्बा, पापड़ आदि व्यंजनों का स्वाद चखा और खरीदारी की। उन्होंने इस स्वयं सहायता समूह के इन उत्पादों की मुक्त कंठ से सराहना की और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कश्मीरी शॉल तथा अन्य गर्म वस्त्रों की भी खरीदारी की। साथ ही उन्होंने विभिन्न देशों से आए कलाकारों से भी मुलाकात की।
हिन्दुस्थान समाचार/मनोज/संजीव