हिसार : रामायण गांव में महिलाओं ने जलघर के बाहर किया मटके फोड़ प्रदर्शन

 




रामायण गांव में टैंकों में मरी पड़ी है मछलियां, घरों में आ रहा बदबूदार पानी

जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने दिया जल्द समस्या के समाधान का आश्वासन

हिसार, 1 जून (हि.स.)। निकटवर्ती गांव रामायण में पेयजल किल्लत से गुस्साई महिलाओं ने शनिवार को जल घर पर मटका फोड़ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की अध्यक्षता कश्मीरी देवी ने की। काफी संख्या महिलाएं गांव के जलघर में पहुंची और पेयजल किल्लत को लेकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान गांव में पेयजल किल्लत की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने जल घर पर खूब हंगामा किया।

प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना था कि उनके गांव में बहुत सारे घर ऐसे हैं जहां जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही पेयजल सप्लाई नहीं पहुंच रही है। जहां पर पानी पहुंचता है, वहां पर भी गंदा और बदबूदार पानी आता है। महिलाओं का कहना था पिछले कई वर्षों से गांव के जल घर में बने टैंकों की सफाई तक नहीं की गई है। गांव के जल घर में तीन टैंक हैं। जिनमें से एक टैंक पूरी तरह से सूख चुका है और दो टैंकों में थोड़ा थोड़ा पानी बचा हुआ है। भीषण गर्मी के चलते टैंकों का पानी बहुत ज्यादा गर्म हो जाता है जिसके कारण टैंक में पड़ी मछलियां मर रही हैं और टैंकों में मरी पड़ी मछलियों को विभाग के कर्मचारियों द्वारा टैंकों से बाहर भी नहीं निकाला जाता है।

प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना था कि गांव के जलघर में के टैंकों से मरी हुई मछलियों नहीं निकाले जाने के चलते पानी बदबूदार हो गया है और विभाग द्वारा यही पानी घरों में सप्लाई किया जा रहा है। मजबूरी व पानी की किल्लत के चलते लोग बदबूदार पानी पीने को मजबूर हैं।

गांव की महिलाओं तथा ग्रामीणों द्वारा जलघर में मटका फोड़ प्रदर्शन व धरना दिए जाने की सूचना मिलने पर सरपंच अनिल टोनी मौके पर पहुंचे। और उन्होंने जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाया। मौके पर पहुंचे जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को समस्या का जल्द ही स्थाई समाधान करवाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर ग्रामीणों ने अधिकारियों के समक्ष आरोप लगाया कि रामायण गांव के जल घर तैनात कर्मचारी गांव के जलघर का पानी पड़ोस के गांव में सप्लाई करते हैं। जिसकी वजह से रामायण में पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव