जींद: सीआरएसयू में एबीवीपी ने कैंटीन पर जडा ताला

 


जींद, 18 मार्च (हि.स.)। चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में चल रही कैंटीन पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने सोमवार को ताला लड़ दिया और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। एबीवीपी कार्यकर्ताओं का कहना था कि यूनिवर्सिटी में चल रही कैंटीन में दुकानों में चल रहे बिना रेट लिस्ट व घटिया क्वालिटी के सामान बेचा जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन तुरंत प्रभाव से कैंटीन को बंद करवाए।

एबीवीपी ईकाई अध्यक्ष सचिन ने बताया कि कई वर्षों से यूनिवर्सिटी में कैंटीन में अन्य दुकान चल रही है। इन सभी स्थान पर मिल रहे समान की रेट लिस्ट विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा निर्धारित की जाती है। जोकि इनमें से किसी भी दुकानदार के पास नही है। जिसके कारण यह सभी मनचाहे दामों पर व बेहद घटिया क्वालिटी का सामान बेच रहे हैं। इकाई उपाध्यक्ष जतिन गर्ग ने बताया कि वह इसकी शिकायत कई बार वाइस चांसलर को कर चुके हैं। परंतु आजतक इस पर कोई भी कार्यवाही नही की गई है। पिछले कुछ दिनों पहले एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वहां बैठा शख्स कह रहा था कि हम विश्वविद्यालय के कुछ अधिकारियों को 11 हजार प्रति महीना कमीशन देते हैं व विश्वविद्यालय के कुछ अधिकारियों का इस कैंटीन में शेयर है। शायद इसी कारण उनकी कभी रेट लिस्ट जारी नहीं हुई और ना ही ऐसा घटिया सामान बेचने वालों पर कभी कार्यवाही हुई।

विभाग संयोजक रोहन सैनी ने बताया कि बहुत तंग आकर आज उन्होंने कैंटीन बंद करके उसके सामने बैठकर प्रदर्शन किया। दो साल से विश्वविद्यालय प्रशासन पता नही। क्यों सोया हुआ है, क्यों इन पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। क्या सच में कैंटीन संचालकों द्वारा कोई कमीशन दिया जाता है, इस पर भी रजिस्ट्रार ने जांच करने की बात कही है। रजिस्ट्रार लवलीन मोहन ने आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय में आने वाले छात्र उनके बच्चों की तरह हैं, वह उनकी सेहत के साथ खिलवाड़ किसी भी सूरत में सहन नहीं करेंगी। वह जल्द ही इसकी जांच करके छात्रों के सामने रेट लिस्ट में इसकी क्वालिटी को सुधारने का कार्य करके इन पर कार्यवाही करेंगे। इस मौके पर परविंदर, रिंकू, मयंक बंसल, साहिल, अंतील आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/संजीव