कुमाऊं सभा ने विधायक से की कर्मकांड के लिए घाट बनवाने के लिए मांग
मरणोपरांत पितरों के पूजा, पाठ एवं कर्मकांड के लिए निश्चित नहीं है स्थान
जींद, 28 जनवरी (हि.स.)। स्थानीय कुमाऊं सभा ने स्वजनों की मौत के बाद कर्मकांड के लिए घाट बनवाने की मांग को लेकर विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा को रविवार को एक ज्ञापन सौंपा।
सभा के सचिव गोविंद बिष्ट ने ज्ञापन में कहा कि जींद में उत्तराखंड के सैकड़ों परिवार पिछले तीन-चार पीढ़ियों से जींद में स्थाई निवासी के तौर पर रह रहे हैं।उन्होंने बताया कि किसी स्वजन की मौत के बाद पूरे विधिविधान से 13 दिन तक पूजा पाठ एवं कर्मकांड आदि कार्य कराने के लिए कोई भी स्थाई जगह नही है। नदी किनारे इधर-उधर बैठ कर पूजा पाठ और कर्मकांड करने पड़ते हैं। जिससे कई बार लोगों से कहासुनी भी हो जाती है और पूजा बीच में ही बंद करनी पड़ती है। इसके अलावा कई अन्य समस्याओं से भी जूझना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इन्हीं समस्याओं से बचने के लिए कुमाऊं सभा ने विधायक डाॅ. कृष्ण मिड्ढा को ज्ञापन सौंप कर नदी पर एक घाट बनाने की मांग की है। जिससे पितरों की होने वाली पूजा में किसी भी प्रकार की रुकावट ना आ सके। इस मौके पर सभा के गोपाल सिंह रावत, भुवन गिरी, दिनेश गौतम, दीपक गौतम व अन्य मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/सुनील