जींद: राष्ट्रीय गौशाला धडौली का मामला गरमाया
जींद, 21 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय गौशाला धडौली की गाय के अवशेष, खाल व मांस का वीडियो वायरल होने के बाद मामला पूरी तरह से गरमा गया है। इस मामले को लेकर रविवार को गुरूकुल कालवा में पंचायत बुलाई गई थी। इस पंचायत में इस मामले का खुलासा करने वाले ढिल्लो बाक्सर व अन्य युवाओं को नहीं बुलाया गया। जिसके रोष स्वरूप काफी तादाद में युवा व गौरक्षक पिल्लूखेड़ा की नई अनाज मंडी के शेड के नीचे एकत्रित हो गए। जमकर रोष व्यक्त किया।
पंचायत में फैसला लिया गया कि जिन लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है, उसे तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाए। जिन लोगों ने गौशाला को बदनाम करने का प्रयास किया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसके अलावा प्रशासन गौशाला की व्यवस्था करे, नही तो मृत गायों को प्रशासन द्वार रखा जाएगा। मामले की सूचना पाकर सफीदों के एसडीएम मनीष फोगाट व डीएसपी आशिष कुमार पुलिस बल के साथ नई अनाज मंडी में पहुंचे और प्रदर्शनकारी युवाओं से बात की। गौरक्षकों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन को लेकर दोपहर बाद तक अनाज मंडी में जमा पुलिसबल को देखते हुए छावनी जैसा नजारा रहा।
गौरक्षकों ने कई बाद पैदल मार्च निकालने का प्रयास किया लेकिन प्रशासन ने बातचीत के जरिए उस मार्च को रोकने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस द्वारा उच्चाधिकारियों की हिदायत के अनुसार मंडी के दोनों गेटों को बंद करके पुलिस बल तैनात रहा। किसी को भी अंदर से बाहर व बाहर से अंदर न आने की अनुमती नहीं दी गई। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे ढिल्लों बाक्सर ने कहा कि इस गौशाला में सरेआम गौवंश की बेकद्री हो रही है और गौवंश को बेचा जा रहा है।
एसडीएम मनीष कुमार फोगाट व डीएसपी आशिष कुमार ने युवाओं को काफी समझाने का प्रयास किया। एसडीएम मनीष कुमार फोगाट व डीएसपी आशीष कुमार ने गौरक्षकों को कहा कि 29 तारीख तक उनकी सभी मांगे मान ली जाएगी और जो गौशाला की कमेटी है उसको भंग करके नई कमेटी गठित कर दी जाएगी और सरकार की तरफ से यह कमेटी बनाई जाएगी। गौरक्षकोंं ने प्रशासन को चेताते हुए कहा कि अगर 29 जनवरी तक सभी मांगे नहीं मानी गई तो गौरक्षक एक फरवरी को सड़क जाम करने को मजबूर होंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/संजीव