फरीदाबाद: सीबीआई अफसर बनकर वैज्ञानिक की मां से की ठगी
डिजिटल अरेस्ट कर मंगाए चार लाख रुपये
फरीदाबाद, 18 फरवरी (हि.स.)। बल्लभगढ़ में रहने वाले वैज्ञानिक की माता से सीबीआई अधिकारी बनकर ठगों ने चार लाख रुपये ठग लिए। पीडि़ता को ठगों ने चार घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा था। ठगों ने पीडि़ता से कहा था कि उसका बेटा दुष्कर्म के केस में फंस गया है। उसे छोडऩे की एवज में पैसों की मांग की गई थी। इस बारे में किसी को न बताने के लिए भी कहा गया था। इतना ही नहीं इस दौरान ठग फोन के माध्यम से चार घंटे तक लगातार पीडि़ता से संपर्क में बने रहे थे। रविवार को वैज्ञानिक ने इस मामले की शिकायत बल्लभगढ़ साइबर थाने में दी है।
आदर्श नगर बल्लभगढ़ में रहने वाले शुभम कौशिक ने साइबर थाने को दी शिकायत में बताया कि वह दिल्ली यूनिवर्सिटी में साइंटिस्ट हैं। उनकी बहन की शादी चार फरवरी को हुई है। दूसरी बहन आइआइटी जोधपुर में पढ़ाई कर रही है। माता कुसुम अक्सर दिन में घर पर अकेली रहती है। शनिवार दोपहर दो बजे माता के पास अनजान शख्स की वाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने अपने आपको सीबीआई दिल्ली का अधिकारी बताया। कहा कि आपके साइंटिस्ट बेटे पर दुष्कर्म का आरोप है। यदि उसे बचाना चाहते हो तो तुरंत हमारे बताए अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दो।
उन्होंने माता को चार अकाउंट नंबर भेजे और कहा कि दो लाख रुपये इसमें भेज दो। माता ने घर व आस-पड़ोस से पैसे लिए और दुकान पर जाकर दो लाख रुपये ट्रांसफर करा दिए। इसके बाद उन्होंने तरह-तरह की धमकी देकर दो लाख रुपये और ट्रांसफर कराए।
शुभम का कहना है कि ठगों को उनके व परिवार के बारे में पूरी जानकारी थी। यहां तक पता था कि उनकी बहन की शादी हाल ही में हुई है। ठग माता को यह भी बता रहे थे कि किसी से पैसे मांगते समय बहाना बना देना कि बेटे की तबीयत खराब है, इसलिए जरूर है। ठगों ने दिल्ली व अजमेर के खातों में पैसे ट्रांसफर कराए हैं। इनकी पूरी जानकारी साइबर थाने में दे दी है। साथ ही आग्रह किया है कि यह मुकदमा जल्द दर्ज होना चाहिए ताकि आरोपित पकड़े जा सके। उनकी माता इस घटना से काफी आहत हैं। शुभम ने आशंका जाहिर की है कि इस तरह उनकी आवाज निकलकर ठग कोई भी बड़ा अपराध कर सकते हैं। इसलिए वह अधिक चिंतित हैं। बल्लभगढ़ साइबर थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार का कहना है कि साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
हिन्दुस्थान समाचार/मनोज/संजीव