फरीदाबाद: साइबर पुलिस ने सात केस सुलझाते हुए 18 आरोपियों को किया गिरफ्तार
177 शिकायतों का निस्तारण करते हुए 8,30,426/-रुपए रिफंड व 1,38,141रु बैंक में कराए सीज
फरीदाबाद, 18 फरवरी (हि.स.)। फरीदाबाद साइबर पुलिस ने इस सप्ताह सात केस सुलझाते हुए 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर 32,88,600 रूपए बरामद किए है। डीसीपी साइबर क्राईम जसलीन कौर ने बताया कि 9 फरवरी से 15 फरवरी तक फरीदाबाद की साइबर पुलिस ने 7 केस सुलझाते हुए 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर 32,88,600 रूपए किए बरामद किए है। इनमें 4 केस साइबर सेंन्ट्रल, 2 साइबर बल्लबगढ़ तथा 1 मामला साइबर एनआईटी ने सुलझाए गए।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सुरेश, अंशु, सूरज, हेमंत, हिमांशु धीरज, प्रवेश, निशिथ, अतुल, सागर, ऋतिक, घनश्याम, अंकित, विकास, प्रमोद, इरफान, जिशान तथा महिला आरोपी ज्योति का नाम शामिल है। उक्त आरोपी यूपीआई या शॉपिंग फ्रॉड के माध्यम से साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे जिनके मुकदमे फरीदाबाद के तीनों साइबर थानों में दर्ज किए गए थे। इस सप्ताह में साइबर पुलिस ने 1773 शिकायतों का निस्तारण करते हुए 8,30,426 रूपए करवाए रिफंड व 1,38,141 रूपये बैंकों में सीज कराये गये। उन्होंने बताया कि आजकल तकनीक के दौर में अलग-2 तरह से लोगों को ऑनलाइन सुविधाएं मिल रही है। जिसके माध्यम से लोग अपने ज्यादातर काम करने के लिए तकनीक पर ही निर्भर हैं।
साइबर अपराधी लोगों की इसी निर्भरता का फायदा उठाकर विभिन्न प्लेटफॉर्म से लोगों का डाटा प्राप्त करके उनको झांसे में लेकर उनके साथ ठगी कर रहे हैं। साइबर ठगी के लिए साइबर अपराधी लोगों को विभिन्न प्रकार से लालच देते हैं, जिनमें से कुछ बड़े टेलीग्राम टास्क फ्रॉड, इन्वेस्टमेंट फ्रॉड, कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फ्रॉड, लोन फ्रॉड, अश्लील वीडियों बनाकर ब्लैकमेल करके, लोगों के खाते में बहाने से पैसे डलवाने का लालच देना, बैक अधिकारी बनकर ओटीपी प्राप्त करना प्रमुख है। इसलिए जागरूक होकर साइबर फ्रॉड से बचा जा सकता है।
हिन्दुस्थान समाचार/मनोज/संजीव