भाजपा सरकार की लापरवाही के चलते बारिश की भेंट चढ़ी फसल : भूपेन्द्र सिंह हुड्डा
पूर्व मुख्यमंत्री बोले, मंडियों में जल्द से जल्द खरीद और उठान का प्रबंध बेहद जरूरी, लेकिन सरकार नहीं दिखाई देती गंभीर
रोहतक, 12 अप्रैल (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने बेमौसम बरसात के कारण मंडियों में फसल खराब होने को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बार-बार चेतावनी के दिए जाने के बावजूद सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। इसके चलते वही हुआ, जिसका डर था। बेमौसम बारिश के चलते किसानों की गेहूं पानी की भेंट चढ़ गई।
पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि उन्होंने मंडियों में फसल खरीद को लेकर दौरा किया और इस दौरान किसानों ने उन्हें बताया कि उनकी पक्की-पकाई फसल सरकारी निकम्मेपन की भेंट चढ़ गई है। जो किसान फसल बेचने के लिए मंडी में पहुंचे थे, उनके लिए ना ही तिरपाल की व्यवस्था थी और ना ही बारदाना की। जिस फसल की खरीद हो चुकी थी, उसका भी उठान नहीं हुआ और वह भी बारिश में भीग गई। पूर्व सीएम हुड्डा रविवार को रोहतक पहुंचे और कई कार्यक्रमों में शिरक्त की। उन्होंने गांव नांदल स्थित हनुमान मंदिर पहुंच कर विशेष पूजा अर्चना भी की।
बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि खेत में तैयार खड़ी फसल को भी भारी नुकसान हुआ है। बारिश के साथ चल रही आंधी के चलते पूरी फसल खेत में बि छ गई। इसके लिए सरकार को किसानों के लिए मुआवजा देना चाहिए। साथ ही उन्होंने दोहराया कि सरकार को बिना देरी के मंडियों में उचित व्यवस्था करनी चाहिए और जल्द से जल्द खरीद और उठान का प्रबंध बेहद जरूरी है, क्योंकि फसली सीजन में अक्सर आंधी और तूफान आते रहते हैं। आने वाले दिनों में भी इसकी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने सरकार से बेमौसम बारिश से खराब हुई फसलों का मुआवजा देने की भी मांग उठाई।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल