रोहतक: कांग्रेस का फोकस तुष्टिकरण के तहत खास वर्ग को आगे बढ़ाने पर: रामचन्द्र जांगडा

 


रोहतक, 24 अप्रैल (हि.स.)। राज्यसभा सांसद रामचन्द्र जांगडा ने कहा कि हार भांप कर कांग्रेस पूरी तरह से बौखला गई और अब तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मेनिफेस्टो ने स्पष्ट कर दिया कि देश में बहुसंख्यक लोगों की कोई जगह नहीं है, और मेनीफेस्टो के हर सेक्शन में अल्पसंख्यकों का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब इतना खतरनाक खेल खेलने जा रही है जिसकी आम आदमी सोच भी नहीं सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस एससी एसएसटी आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा को खत्म करना चाहती है। वे बुधवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि 1960 और 1970 के दशक में कांग्रेस ने कानून पास करके देशवासियों को सरकार के पास पैसा जमा कराने के लिए विवश कर दिया था। जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस की सरकार ने लोगों की कमाई जब्त करने वाला ऐसा ही कानून 1963-1974 में पास किया था। इन कानूनों का नाम कम्पलसरी डिपाजिट स्कीम एक्ट था इसके अंतर्गत सभी करदाताओं, सम्पति धारकों और सरकारी कर्मचारियों को अपनी कमाई का 18 प्रतिशत सरकार के पास जमा कराना होता था। हैरानी की बात यह है कि उस दौरान डा. मनमोहन सिंह कांग्रेस के आर्थिक सलाहकार हुआ करते थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोची समझी साजिश के तहत प्रधानमंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह ने बयान दिया था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है। कांग्रेस ओबीसी के आरक्षण को धर्म के आधार पर बांटने का कुचक्र चला रही है। कांग्रेस की सोच मुसलमानों को नौकरियों में 15 प्रतिशत आरक्षण देने की है।

सबसे खतरनाक खेल अब कांग्रेस का धर्म परिवर्तन को लेकर है। कांग्रेस धर्मपरिवर्तन करने वालों का एससी का दर्जा सुरक्षित रखना चाहती है। उन्होंने कांग्रेस नेता रंगनाथ मिश्र की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि रंगनाथ मिश्र ने मुसलमानों के लिए आरक्षण की पैरवी की है। राज्यसभा सांसद ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर के नेतृत्व में यह तय किया गया था कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा। । इस अवसर पर प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी शमशेर सिंह खरक, जिला अध्यक्ष एडवोकेट रणवीर ढाका, मनमोहन गोयल, आशा शर्मा, सतीश आहूजा व अंकित शर्मा प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल/संजीव