हिसार: भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में भूमिका निभाएगी कंप्यूटेशनल इंटेलिजेंस: प्रो. नरसी राम बिश्नोई

 


‘इमर्जिग ट्रेंड्स इन कंप्यूटेशनल इंटेलिजेंस’ विषय पर एक सप्ताह का कार्यक्रम शुरू

हिसार, 15 जनवरी (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने कहा है कि कंप्यूटेशनल इंटेलिजेंस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के अभियान को पूरा करने में अग्रणी भूमिका निभाएगी। कंप्यूटेशनल इंटेलिजेंस वर्तमान युग की सबसे महत्वपूर्ण खोज है और यह दुनिया को सहज व सुगम बना रही है।

प्रो. नरसी राम बिश्नोई सोमवार को विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के सौजन्य से ‘इमर्जिग ट्रेंड्स इन कंप्यूटेशनल इंटेलिजेंस’ विषय पर शुरू हुए एक सप्ताह के ऑनलाइन फेकल्टी डवल्पमेंट प्रोग्राम के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। जवाहर लाल विश्वविद्यालय के प्रो. टीवी विजय कुमार कार्यक्रम में मुख्य वक्ता थे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष प्रो. ओमप्रकाश सांगवान ने की।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि कंप्यूटेशनल इंटेलिजेंस का लक्ष्य घटनाओं की सटीक जानकारी देना तथा समस्याओं का समाधान करना भी है। कंप्यूटेशनल इंटेलिजेंस रोबोटिक्स, इमेज प्रोसेसिंग, नेचुरल लैंग्वेज, प्रोसेसिंग, ऑटोनोमस नेविगेशन, मेडिकल डायग्नोसिस एवं फाल्ट डिटेक्शन आदि के माध्यम से वित्त, स्वास्थ्य तथा इंजीनियरिंग आदि क्षेत्रों में अत्यंत कारगर साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि कंप्यूटेशनल इंटेलिजेंस बदलते वक्त के साथ-साथ आ रही चुनौतियों का सामना करते हुए मानव को बेहतर जीवन उपलब्ध करवाने का कार्य कर रही है। कुलपति ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रतिभागियों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा।

कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने अपने संबोधन में कहा कि कृषि से संबंधित तकनीकों को विकसित करने तथा मौसम से संबंधित सटीक जानकारियां देने में कंप्यूटेशनल इंटेलिजेंस का अहम योगदान है। साथ ही उन्होंने माइक्रोबायोलॉजी में भी कंप्यूटेशनल इंटेलिजेंस की भूमिका को अग्रणी बताया। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए विभाग को शुभकामनाएं दी। मुख्य वक्ता प्रो. टीवी विजय कुमार ने अपने वक्तव्य में विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर इंटेलिजेंस को विस्तार से समझाते हुए विज्डम के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रतिभागियों को वर्तमान युग में कंप्यूटेशनल इंटेलिजेंस से संबंधित विभिन्न चुनौतियों के बारे में समझने बारे विस्तृत व्याख्यान दिया।

फेकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डीन प्रो. संदीप आर्य ने अपने संबोधन में कम्प्यूटेशनल इंटेलिजेंस से जुड़ी वर्तमान रिसर्च व एप्लिकेशन के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। सीएसई विभाग के अध्यक्ष प्रो. ओमप्रकाश सांगवान ने अपने अपने स्वागत संबोधन में कम्प्यूटेशनल इंटेलिजेंस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए दुनियाभर में तेज गति से बढ़ते इसके रुझानों के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए भारत में हो रहे इसके डवलपमेंट पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में देशभर से 80 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन कोऑर्डिनेटर डॉ. साक्षी ढींगरा व डॉ. सुनीता बेनीवाल ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के डीन, विभाग अध्यक्ष सहित अनेक शिक्षक मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव