हिसार: जल अमूल्य संसाधन, भावी-पीढ़ी के लिए इसे बचाना जरूरी: कुलपति कम्बोज

 


जल संवाद : जल साक्षरता अभियान पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का समापन

हिसार, 29 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने कहा है कि जल हमारे लिए अमूल्य संसाधन है, जिसका संरक्षण करना हम सभी का दायित्व है। हमें भावी-पीढ़ी के लिए जल को बचाने के लिए सभी को मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है। वे शुक्रवार को विश्वविद्यालय के मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय में जल संवाद : जल साक्षरता अभियान पर क्षमता निर्माण कार्यशाला के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल के निदेशक डॉ. प्रताप सिंह उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय, विभावाणी इंडिया एवं विज्ञान भारती के संयुक्त सहयोग से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया था। मुख्य अतिथि प्रो. बीआर कम्बोज ने जल संरक्षण पर उचित उपाय अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि जल का दोहन यदि इसी तरह जारी रहा तो भविष्य में कृषि उत्पादन में 30 प्रतिशत तक गिरावट हो सकती है। जल संसाधनों का बेहतर प्रयोग, वाटरशेड विकास, वर्षा जल संचय तथा उन्नत तकनीकों को अपनाकर पानी का उचित प्रबन्ध करने की अति आवश्यकता है।

मुख्य वक्ता डॉ. प्रताप सिंह ने कहा कि जल संरक्षण के महत्व को समझाते हुए कहा कि भारत सरकार ने जल शक्ति मंत्रालय बनाया है, जिससे जल जीवन मिशन जैसी संबंधित मुहिम को रफ्तार मिल सकेगी। इस मिशन के लिए भारत सरकार ने 50 मिलियन डॉलर का बजट भी अलॉट किया है। मुख्य वक्ता ने पानी की खपत को कम करने के लिए मुख्यत: चार आयामों पर काम करने पर बल दिया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ने इस दो दिवसीय कार्यशाला में शामिल प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए। विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. बलवान सिंह मंडल ने सभी का स्वागत किया, जबकि विभावाणी के सचिव डॉ. जाकिर हुसैन ने धन्यवाद किया। कार्यक्रम का संचालन निदेशालय की संयुक्त निदेशक डॉ. मंजू नागपाल ने किया।

इस अवसर पर विज्ञान भारती, हिसार के जिला समन्यवक डॉ. संजय बारूआ, विभावाणी के कार्यकारी निदेशक डॉ. एनपी राजीव, विभावाणी के चेयरमैन डॉ. सुनील चतुर्वेदी भी उपस्थित रहे। इसके अलावा विश्वविद्यालय के अधिकारीगण सहित इससे जुड़े समस्त महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक, विभागाध्यक्ष, शिक्षाविद्, विद्यार्थीण सहित विभिन्न संगठनों के सदस्य भी शामिल रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव