हिसार: सफाई कर्मियों की हड़ताल से शहर की सफाई व्यवस्था बिगड़ी

 


निगम के लिपिकों ने समर्थन देकर की हड़ताल, शाखाओं में नहीं हुआ कामकाज

मांगे न मानने पर बड़ा आंदोलन करने से गुरेज नहीं करेंगे कर्मचारी : राजेश बागड़ी

हिसार, 14 दिसंबर (हि.स.)। लंबे समय से लंबित मांगों का हल न होने व बार-बार बातचीत करके सहमति के बावजूद मानी गई मांगे लागू न करने के विरोधस्वरूप नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने गुरुवार को दो दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी। इस दौरान इन कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन भी किया। उनकी हड़ताल को उस समय बल मिला जब निगम के लिपिकों ने भी उनका समर्थन कर दिया। इससे न केवल शहर की सफाई व्यवस्था ठप हुई, बल्कि निगम में कार्यालयों का काम भी ठप हो गया।

नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के पहले दिन ही शहर में जगह-जगह कूड़े के ढ़ेर नजर आने लगे हैं। शुक्रवार को दूसरे दिन भी हड़ताल रहेगी वहीं एसोसिएशन इसके बाद अगली रणनीति का खुलासा करेगी। नगरपालिका कर्मचारी संघ के प्रधान राजेश बागड़ी ने बताया कि लंबित मांगों को लेकर पूरे प्रदेश के सफाई कर्मचारी दो दिन की हड़ताल पर हैं। कोई भी कर्मचारी किसी प्रकार का कार्य नहीं करेगा। राजेश बागड़ी ने सफाई कर्मचारियों की मांगों का खुलासा करते हुए बताया कि सभी ठेकों एवं हरियाणा कौशल रोजगार निगम को भंग किया जाए, अग्निशमन विभाग के 1327 ड्राइवर व फायरमैनों को सृजित पदों फायर ऑपरेटर कम ड्राइवर के पदों पर समायोजित कर पक्का किया जाए, अग्निशमन विभाग को शहरी स्थानीय ने निकाय विभाग में शामिल किया जाए, गुरुग्राम के 3480 छंटनी ग्रस्त सफाई कर्मचारियों सहित पालिकाओं, परिषदों, निगमों एवं अग्निशमन के लगभग 5 हजार कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस लिया जाए, पुरानी पेंशन बहाल की जाए तथा 29 अक्टूबर 2022 व 5 अप्रैल 2023 के हुए समझौतों को लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंगी तो कर्मचारी बड़ा आंदोलन करने से गुरेज नहीं करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव