जींद: विजय दशमी पर हुई घरों में पूजा
जींद, 24 अक्टूबर (हि.स.)। विजय दशमी के पर्व पर मंगलवार को घरों में पूजा हुई। लोगों ने अपने परिवार सहित पूजा करके सुख, समृद्धि की कामना भगवान से की। गलियों में बच्चों द्वारा चंदा एकत्रित करके रावण का पुतला बनाया। शाम को रावण के पुतले का दहन किया गया। रेलवे कालोनी, राजेंद्रा कालोनी, पुरानी मंडी सहित विभिन्न गलियों में रावण बच्चों द्वारा बनाए गए।
डिप्टी सीएम के निजी सचिव प्रो. जगदीश सिहाग ने कहा कि अधर्म पर धर्म, अत्याचार पर सदाचार, असत्य पर सत्य, पाप पर पुण्य, दम्भ पर विनम्रता, क्रोध पर करुणा की विजय का महापर्व है विजयदशमी। मर्यादा पुरूषोत्तम राम के जीवन से हमें काफी कुछ सीखने को मिलता है। दशहरा पर्व हमें सिखाता है कि सत्य एवं सदाचार के मार्ग पर चलकर बुराई को पराजित किया जा सकता है। अंत में जीत सत्य की ही होती है।
प्रापर्टी डीलर एसोसिएशन प्रधान वीरेंद्र करसिंधु ने दशहरा के पावन पर्व पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए सभी के लिए सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना करते हुए कहा कि हमें हमेशा सत्य के रास्ते पर चलना चाहिए। यह अनोखी रीत इस नीले आसमान तले है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया है कि भगवान श्रीराम के आदर्शों को आत्मसात करते हुए समाज में समरसता और भाईचारा को बढ़ावा दें। विजय दशवी के पर्व पर बाजारों में मिठाई की दुकानों पर देशी की जलेबी बनाई गई। पर्व पर लोगों ने मिठाई की खरीददारी की। तरषेम गर्ग ने कहा कि वह हर पर्व पर देशी घी की जलेबी बनाते हैं। गोहाना की प्रसिद्ध जलेबी की तरह यहां पर भी उसी तरह की जलेबी बनाई जाती है।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/सुमन/संजीव