चंडीगढ़: गरीबों को मुफ्त राशन साबित हो रहा जुमला: कुमारी सैलजा

 


प्रदेश में 42 लाख लोगों को राशन नहीं मिल रहा

राशन डिपो पर आए दिन हो रही जूतम-पैजार

चंडीगढ़, 7 दिसंबर (हि.स.)। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हरियाणा कांग्रेस कमेटी की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा गरीब लोगों को मुफ्त राशन देने की घोषणा हरियाणा में जुमला ही साबित हो गई। भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार भी लोगों को गरीबी रेखा के अंदर ज्यादा लोगों को लाने के लिए दायरा तो बढ़ाने लगी, लेकिन इनके लिए सुविधाओं में इजाफा करवाना ही भूल गई। प्रदेश व केंद्र सरकार में आपसी समन्वय न होने के कारण आज प्रदेश के 42 लाख लोगों को राशन तक नहीं मिल पा रहा है।

जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा में भाजपा की डबल इंजन सरकार के दोनों ही इंजन फेल हो चुके हैं। प्रदेश के लोगों की बात केंद्र तक पहुंचाने में गठबंधन सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है। भाजपा की अगुवाई वाली सरकार प्रदेश में होने के बावजूद केंद्र सरकार हरियाणा की तरफ किसी तरह का ध्यान नहीं दे रही है। यही कारण है कि राशन डिपो पर पहुंचने वाले राशन की मात्रा प्रदेश में मौजूद गरीब परिवारों के अनुसार नहीं भेजी जा रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश की 60 प्रतिशत से अधिक आबादी गरीबी रेखा के दायरे में आ चुकी है। ये 42 लाख परिवारों के करीब 1 करोड़ 68 लाख लोग बनते हैं। ऐसे में बीपीएल की श्रेणी में आए लोग राशन लेने के लिए डिपो पर पहुंचते हैं तो उन्हें राशन नहीं मिल पाता। इसके बाद डिपो संचालकों के साथ उनके झगड़े होते हैं। जबकि, डिपो संचालक साफ कहते हैं कि तीन महीने से उन्हें कम राशन मिल रहा है।

कुमारी सैलजा ने कहा कि गरीब परिवारों को केंद्र की घोषणा के अनुरूप न तो परिवार के प्रति सदस्य को 5 किलोग्राम मुफ्त गेहूं मिल रहा है और न ही रियायती दरों पर चीनी मिल पा रही है। वहीं, रियायती दामों पर सरसों का तेल न मिलने से इनकी परेशानी और अधिक बढ़ चुकी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ इवेंट मैनेजमेंट की सरकार है, जो गरीबों के लिए चलाई जा रही स्कीमों का ढिंढोरा तो जोर-शोर से पीटती है, लेकिन उन्हें धरातल पर नहीं उतार पा रही। ऐसे में इसका खामियाजा गरीब परिवारों को ही भुगतना पड़ता है। ये परिवार राशन डिपो पर जाकर राशन मांगते हैं, लेकिन ऊपर से कोटा कम मिलने के कारण आए दिन झगड़े होते रहते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव