फतेहाबाद: सरकार की गलत नीतियों से आढ़ती व किसान बर्बादी के कगार पर : बजरंग गर्ग

 


फतेहाबाद, 25 अप्रैल (हि.स.)। हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा काॅन्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने टोहाना अनाज मंडी के दौरे के दौरान व्यापारियों की समस्याएं सुनने के उपरांत पत्रकार वार्ता में कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण अनाज मंडियों से गेहूं का उठान नहीं हो रहा है। अनाज मंडी में लगभग 60 लाख मीट्रिक टन गेहूं आ चुकी है और लगभग 40 लाख मीट्रिक टन गेहूं मंडियों व खुले में पड़ी है।

हरियाणा में कई बार बारिश आने से लाखों क्विंटल गेहूं व सरसों भीगने के कारण खराब हो चुकी है। सरकार को खराब फसलों का मुआवजा तुरंत प्रभाव से किसानों को देना चाहिए। बजरंग गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री के गेहूं खरीद, उठान व भुगतान के सभी दावे फेल सिद्ध हुए हैं जबकि सरकार 72 घंटे में फसल खरीद, उठान व भुगतान करने का दावा कर रही है। किसान गेहूं बेचने के लिए मंडियों में धक्के खा रहे हैं।

सरकार की तरफ से न तो गेहूं खरीद हो रही है न ही उठान और न ही भुगतान हो रहा है। सरकार की गलत नीतियों से आढ़ती व किसान बर्बादी के कगार पर है। यह सरकार पूरी तरह से किसान, आढ़ती व मजदूर विरोधी सरकार है।

बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार ने गेहूं पर 10.99 रुपए और धान पर 9.19 रुपए आढ़त कम कर दी है और सरसों, नरमा, बाजरा, मूंग, सूरजमुखी की सरकारी खरीद पर आढ़त खत्म करने के निर्णय से आढ़तियों में सरकार के प्रति बड़ी भारी नाराजगी है। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को हर फसल की खरीद आढ़तियों के माध्यम से करके 2.5 प्रतिशत पूरी दामी देनी चाहिए और सरकार की लापरवाही से गेहूं उठान में देरी के कारण जो घटती आती है, उसका पैसा सरकार को आढ़तियों से न काटकर सरकारी खरीद एजेंसियों के अधिकारियों व सरकारी ठेकेदारों से रिकवरी करनी चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/सुमन