यमुनानगर: डा. अंबेडकर मानवाधिकार आंदोलनकर्ता के रूप में जाने गए: डॉ. मंजीत सिंह
यमुनानगर,14 अप्रैल (हि.स.)। अम्बेडकर जयन्ती के उपलक्ष में मुकन्द लाल जिला नागरिक अस्पताल, यमुनानगर के अधिकारियों व कर्मचारियों ने रविवार को अस्पताल में मरीजों व उनके अभिभावकों को प्रसन्तापूर्वक लड्डू बांटे।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ मनजीत सिंह, प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिव्या मंगला, सेवानिवृत निदेशक डॉ. सतपाल बाहमनी व जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. पवन के साथ-साथ डॉ. गीता बैनीवाल व डॉ. विपिन गोंदवाल सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी उपस्थित रहे। डॉ. बी.आर. अम्बेडकर कमेटी यमुनानगर द्वारा पुराना हमीदा यमुनानगर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके तहत जीएनएम की छात्राओं के साथ-साथ अन्य विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. मंजीत सिंह ने कहा कि डॉ. बी.आर. अम्बेडकर जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करते रहे। अतः उन्हें समानता और ज्ञान के प्रतीक माना जाता है। डॉ. अम्बेडकर को विश्व भर में मानवाधिकार आंदोलनकर्ता, भारतीय संविधान निर्माता के रूप में व प्रकांड विद्वता के लिये जाना जाता है। उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए ही यह दिवस मनाया जाता है।
इस अवसर पर डॉ. सतपाल बाहमनी ने डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के जीवन के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि उनका जीवन संघर्षपूर्ण रहा है। उनके समय में समाज में विभिन्न धारणाएं थी। डॉ. दिव्या मंगला ने डॉ. बी.आर. अम्बेडकर कमेटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम की सराहना करते हुये कहा कि संस्था द्वारा अम्बेडकर जयंती पर बच्चों को प्रोत्साहित करना भविष्य के लिये समाज का निर्माण करने जैसा है। क्योंकि बच्चे ही हमारे समाज का आने वाला भविष्य हैं। बच्चों का महापुरूषों बारे व उनके सिद्धांतों बारे बताने से वे प्रेरित होते हैं तथा उनसे सीखते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/अवतार/संजीव