हिसार: पराली बचाओ-फसल बढ़ाओ पर किया गया जागरुक
हिसार, 21 नवंबर (हि.स.)। राजकीय महिला महाविद्यालय में एचएयू के कृषि विज्ञान केंद्र, महिला प्रकोष्ठ, एनएसएस एवं पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में महत्वपूर्ण एवं ज्वलंत मुद्दे पर मंगलवार को “फसल अवशेष अपशिष्ट प्रबंधन जागरूकता अभियान” का आयोजन किया गया। इस अभियान के तहत महाविद्यालय में भिन्न भिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें क़रीब 150 छात्राओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में प्राचार्य एसएस ढांडा ने कहा कि आज के समय में कृषि से जुड़े अवशेष इन्हें जलाए जाने वाले क्षेत्रों और विशेष रूप से उसके आसपास बसे कस्बों और शहरों की वायु गुणवत्ता पर भी बुरा असर डालता है, जिससे पर्यावरण और समाज दोनों को खतरा होता है।इसीलिए इसका सही तरीक़े से प्रबंधन अति आवश्यक है। कार्यक्रम के तहत “क्रॉप वेस्ट मैनेजमेंट” विषय पर एक पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में 30 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिन्होंने क्रॉप वेस्ट मैनेजमेंट पर बड़े ही प्रभावशाली पोस्टर बनाए। इस प्रतियोगिता में बीकॉम द्वितीय से अंजना ने प्रथम स्थान, बीकॉम तृतीय से कनिष्क ने द्वितीय व बीकॉम तृतीय से योगिता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इसके बाद “पराली जलाने से जुड़े पर्यावरण को नुक़सान और उसके प्रबंधन के रचनात्मक उपाय” विषय पर महाविद्यालय की 25 छात्राओं ने भाषण प्रस्तुत किए। छात्राओं ने पराली को जलाने की बजाए उसके अन्य वैकल्पिक उपयोगों पर विस्तृत चर्चा की। इस प्रतियोगिता में बीएससी प्रथम से अंशु ने प्रथम स्थान, बीकॉम तृतीय से योगिता ने द्वितीय व एमकॉम प्रथम से रीना ने तृतीय स्थान हासिल किया।
व्याख्यान के दौरान कृषि विभाग से सहायक कृषि अभियंता डॉ. गोपीराम सांगवान ने फसल अवशेष के बारे में समझाया। उन्होंने पराली के अतिरिक्त इस्तेमाल जैसे खाद बनाना, कारपेट बनाना, बायो फ्यूल आदि के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की। इस अवसर पर गोपीराम सांगवान, डॉ. नरेश कुमार, वरिष्ठ संयोजक, केवीके, सदलपुर, डॉ. कुलदीप सिंह व डॉ. दिनेश कुमार व महाविद्यालय से डॉ. नीलम कुमारी, डॉ. विजेंदर बैनीवाल, हिना, डॉ. वसुंधरा व डॉ. कमलेश आदि उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव