हिसार: गुजवि हमेशा उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध: प्रो. नरसी राम
गुजविप्रौवि में बिजनेस स्किल्स में सर्टिफिकेट कोर्स 20 जनवरी से
हिसार, 28 दिसंबर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने गुरुवार को हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस का बहुप्रतीक्षित सर्टिफिकेट कोर्स लॉन्च किया। यह कोर्स ‘सर्टिफिकेट कोर्स इन बिजनेस स्किल्स’ (सीसीबीएस) के नाम से लॉन्च किया गया है।
इस अवसर पर प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हमेशा उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध है और वर्तमान में यह किसी भी विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय के बराबर प्रतिस्पर्धा कर रहा है। व्यावसायिक कौशल में यह सर्टिफिकेट कोर्स देश की मानव पूंजी के कौशल स्तर को बढ़ाने की एक और पहल है।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि इस तरह के सर्टिफिकेट कोर्सों की शुरुआत इस विश्वविद्यालय को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनाने के उनके दृष्टिकोण का हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थियों के अलावा यह पाठ्यक्रम सभी के लिए है और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों जैसे कामकाजी पेशेवर, खुदरा विक्रेता, दुकान के मालिक, विक्रेता भागीदार, स्टार्टअप उत्साही, मध्य खंड के उद्यमी तथा गृहिणियां के प्रतिभागी इस अनूठे पाठ्यक्रम से लाभ उठा सकते हैं। सीसीबीएस के लॉन्च के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने टीम एचएसबी को उनकी इस पहल के लिए बधाई दी।
सर्टिफिकेट कोर्स के बारे में अधिक जानकारी देते हुए हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के निदेशक प्रो. विनोद कुमार बिश्नोई ने कहा कि सीसीबीएस हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस (एचएसबी) द्वारा डिजाइन किया गया एक सुनियोजित और अनूठा सर्टिफिकेट कोर्स है। इस कोर्स का उद्देश्य प्रतिभागियों को बेहतर निर्णय लेने के लिए सक्षम बनाना है। निर्माता व्यवसाय और उद्यमिता के क्षेत्र में सफलता सुनिश्चित करें।
हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के डीन प्रो. कर्मपाल नरवाल ने कहा कि हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस एनबीए से मान्यता प्राप्त है और देश के शीर्ष 100 बिजनेस स्कूलों में से एक है और इस तरह के सर्टिफिकेट कोर्स समाज में इसके मूल्य को और बढ़ाएंगे। सीसीबीएस के लॉन्च पर, पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. मणि श्रेष्ठ ने कहा कि पाठ्यक्रम 20 जनवरी से शुरू होगा और पंजीकरण खुले हैं। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि सर्टिफिकेट कोर्स ऑफलाइन मोड में है और प्रतिभागियों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सप्ताहांत सत्र आयोजित किए जाएंगे। प्रमाणन के लिए पात्र बनने के लिए प्रतिभागियों को 40 घंटे के सत्र में भाग लेना होगा। पाठ्यक्रम के लिए सत्र उद्योग के दिग्गजों, अनुभवी पेशेवरों और शिक्षाविदों द्वारा आयोजित किए जाएंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव