गोरखपुर में सर्वजातीय महापंचायत, समगोत्र में विवाह पर अंकुश, मृत्यु भोज पर प्रतिबंध और डीजे की जगह बजेंगे पारंपरिक वाद्य यंत्र
फतेहाबाद, 10 मार्च (हि.स.)। जिले के गांव गोरखपुर में रविवार को हुई सर्वजातीय महापंचायत में अनेक कड़े फैसले लिए गए हैं। महापंचायत में समगोत्र एवं पड़ोसी गांव में शादी पर अंकुश लगाने, डीजे बजाने पर रोक, मृत्यु भोज पर प्रतिबंध, शादी में फिजूल खर्च रोकने, सिंथेटिक मेडिकल नशा करने एवं बेचने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का प्रस्ताव पास किया गया।
नियमों के विपरीत कार्य करने वाले संबंधित परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। इस सर्वजातीय महापंचायत की अध्यक्षता मलिक खाप के वयोवृद्ध नेता देपल निवासी अजीत मलिक ने की। संचालन पूर्व सरपंच जगदीश जैलदार व चांदीराम कड़वासरा ने संयुक्त रूप से किया। सर्वजातीय महापंचायत में 80 गांवों के खाप मुखिया में संगठन प्रतिनिधियों ने विचार विमर्श किया।
निर्णय लिया गया है कि वे अपने-अपने गांव में कमेटी गठित करके क्षेत्र में स्मैक, चरस एवं सूखा नशा करते व बेचते हुए पकड़े जाने पर संबंधित व्यक्ति और उसके परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। सामाजिक कार्यकर्ता नवीन जयहिंद ने कहा कि लव मैरिज करना बुराई नहीं है, मगर समगोत्र या पड़ोस की लडक़ी के साथ शादी करना सामाजिक रूप से गलत है। उन्होंने कहा कि बच्चों को संस्कार देने की आवश्यकता है। क्योंकि वर्तमान में मोबाइल से बच्चों की दिशा और दशा दोनों बदल रही हैं। अभिभावकों को इस पर मंथन करने की आवश्यकता है। बच्चों में संस्कारिक बनाने की भूमिका तैयार करे।
उन्होंने कहा कि मृत्यु भोज पूर्ण रूप से प्रतिबंध होना चाहिए। माता-पिता व बुजुर्गों को जीते- जी अच्छा खाने में परोसना चाहिए। सरपंच एसोसिएशन के ब्लॉक भूना अध्यक्ष एडवोकेट मांगेराम गोदारा ने पारित नियमों को सभी के सहयोग से कड़ाई के साथ लागू किया जाना चाहिए। नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई का प्रावधान गांव स्तर की कमेटियों द्वारा किया जाए। क्योंकि हर गांव व हर समाज इन कुरीतियों का शिकार हो रहा है। सामाजिक हित में इस पहल की लोग सराहना कर रहे हैं। महापंचायत में विभिन्न खापों एवं सामाजिक संगठनों के मुखियाओं को पगड़ी पहनकर एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/संजीव