हिसार: कोरोना से लड़ाई को तैयार अग्रोहा मेडिकल: डॉ. अलका
अग्रोहा मेडिकल ने हर बार उम्मीद से बेहतर काम किया
सोसायटी मेंबर आरपी जिंदल के निर्देशन में मॉक ड्रिल का आयोजन
हिसार, 22 दिसंबर (हि.स.)। महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा का परिसर शुक्रवार दोपहर 12 बजे एंबुलेंस के सायरन की आवाज से गूंज उठा। अचानक बजे सायरन से किसी भी आपात स्थिति के लिए तत्पर अग्रोहा मेडिकल का कोविड विभाग चौकन्ना हो गया। कोविड ब्लॉक के आगे रुकी एंबुलेंस से मरीज को तुरंत कवर करते स्वास्थ्य कर्मी उसे कोविड आईसीयू ले गए और पहले से मौजूद डॉक्टर्स की टीम ने मरीज को मात्र साढ़े पांच मिनट में वेंटीलेटर पर स्थिर कर दिया।
दृश्य महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज में केंद्र व राज्य की सलाह के बाद कोरोना से संबंधित किसी भी घटना से निपटने के लिए और तत्परता सुनिश्चित करने के लिए की गई मॉक ड्रिल का था। यह अभ्यास स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, आइसोलेशन बेड की क्षमता, ऑक्सीजन-समर्थित बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर-समर्थित बेड, डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिक्स,आयुष डॉक्टरों की अधिकतम उपलब्धता जैसे मापदंडों को परखने के लिए किया गया था।
इस दौरान महाविद्यालय निदेशक डॉ. अलका छाबड़ा ने कॉलेज के ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को उचित निर्देश भी दिए। कोरोना वार्ड्स, ऑक्सीजन पॉइंट्स और व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए डॉ. अलका छाबड़ा ने कहा कि कोरोना ने एक बार फिर अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। लेकिन भारत में सरकार की सतर्कता और उचित निर्देशन के कारण हम उस खतरे से काफी दूर हैं। डॉ. अलका ने कहा कि महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज ने पहले भी कोरोना काल में काफी सजगता से प्रशंसनीय काम किया था और आज भी अपनी तैयारियों को परख कर कोरोना से जंग को तैयार है। इस दौरान एमएस डॉ. राजीव चौहान, डॉ. करनदीप, डीएमएस डॉ. शमशेर मलिक, डीएमएस डॉ. पूजा कटारिया, एनेस्थीसिया से डॉ. रुचिका कथूरिया, डॉ. अंकित, नर्सिंग व अन्य स्टाफ मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव