यमुनानगर: प्रवर्तन विभाग की छापेमारी के बाद सुर्खियों ने आए दिलबाग सिंह

 






















-उत्तर प्रदेश के खनन माफिया किंग हाजी इकबाल से कारोबारी नाम जुड़ा

-दिलबाग सिंह के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला से पारिवारिक रिश्ते

यमुनानगर, 6 जनवरी (हि.स.)। प्रवर्तन विभाग की छापेमारी के बाद यमुनानगर के इनेलो से पूर्व विधायक दिलबाग सिंह अचानक से पूरे देश में सुर्खियों में आए गए। इनके कारोबार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से खनन माफिया किंग हाजी इकबाल से जोड़ कर देखा जा रहा है। यमुनानगर के विधायक दिलबाग सिंह आखिर कौन है। दिलबाग सिंह कैसे इतने बड़े खनन कारोबारी बने।

गौरतलब है कि दिलबाग सिंह के हरियाणा के एक बड़े राजनीतिक घराने पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के साथ पारिवारिक रिश्ते हैं। दिलबाग सिंह ट्रांसपोर्ट के काम से खनन के कारोबार में जुड़े और एक बड़ा ही साम्राज्य बनाया। जिसमें उनके साथ उत्तर प्रदेश के खनन माफिया हाजी इकबाल अली सहित अन्य बड़े नाम जुड़े। उनका कारोबार विदेश तक फैला। हालांकि उनके खनन कारोबार में असली पड़ाव तब आया जब प्रदेश में इनेलो की सरकार आई और दिलबाग सिंह का परिवार खनन कारोबार में उतरा। इसके बाद दिलबाग सिंह ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अन्य राज्यों में भी कारोबार का विस्तार किया। सरकार किसी की भी रही दिलबाग सिंह के ग्रुप का हमेशा ही बोलबाला रहा। 2005 से 2014 तक कांग्रेस और 2014 से लेकर 2024 तक भाजपा की सरकार में दिलबाग सिंह ग्रुप का साम्राज्य बढ़ता रहा।

दिलबाग सिंह ने 2009 में राजनीति में कदम रखा था और इनेलो की टिकट पर यमुनानगर से चुनाव जीता। इसके बाद 2014 और 2019 में भाजपा विधायक घनश्याम दास अरोड़ा से चुनाव हार गए। खनन कारोबार में इसके साथ बड़े नाम हाजी इकबाल, सुरेंद्र पवार, मनोज वाधवा, रिश्तेदार इंद्रपाल जैसे कई नाम जुड़े। प्रवर्तन विभाग के छापे में यूपी के खनन माफिया किंग हाजी मस्तान की 500 करोड़ रुपये की संपत्ति जप्त की है। दिलबाग सिंह ने 4 साल पहले अपनी बेटी की शादी ऐलनाबाद से विषयक अभय सिंह चौटाला के बेटे अर्जुन सिंह से की है।

हिन्दुस्थान समाचार/अवतार/संजीव