हिसार: सांसों पर नियंत्रण से पाया जा सकता मन पर नियंत्रण : नीरज गुप्ता
एचएयू के नवनियुक्त फेकल्टी सदस्यों को स्ट्रेस एलिमिनेशन पर संबोधित किया
हिसार, 16 जनवरी (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय में चल रहे इंडक्शन ट्रेनिंग कोर्स के तहत आर्ट ऑफ लिविंग के शिक्षक एवं स्टेट मीडिया कोऑर्डिनेटर नीरज गुप्ता ने कहा है कि आजकल हमारे जीवन में हम छोटी छोटी बातों से तनाव से ग्रस्त हो जाते है। तनाव लेना तो हमें आता है पर उसे हमारे जीवन से दूर करने का उपाय हमें नहीं आता है।
नीरज गुप्ता ने स्ट्रेस एलिमिनेशन पर अपने संबोधन में बताया कि जीवन मे तनाव का मुख्य कारण हैं, जब हमारे पास करने को बहुत कुछ होता हैं पर समय पर्याप्त नहीं होता और ऊर्जा का अभाव होता हैं। हम केवल अपनी ऊर्जा को बढ़ाकर इससे निजात पा सकते हैं। उन्होंने बताया कि ऊर्जा के मुख्यतः 4 स्त्रोत है, भोजन, निद्रा, श्वास और योग, प्राणायाम, ध्यान। इन चारों स्त्रोतों पर ध्यान रखकर हम अपनी ऊर्जा को हमेशा नियंत्रण में रख सकते हैं।
नीरज गुप्ता ने बताया कि हमारा मन निरंतर भूतकाल एवं भविष्य काल में विचरण करता हैं, जिससे हम नाना प्रकार के नकारात्मक भावनाओं से परेशान रहते हैं। जब जब मन वर्तमान में रहता हैं हम सुखी एंव खुश रहते हैं। हमें ऊर्जा प्रदान करने और हमें जीवित रखने के अलावा, मन-शरीर में सांस की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सांस और मन का संबंध है। हमारी प्रत्येक भावना के साथ, हम अलग तरह से सांस लेते हैं। तेजी से सांस लेना अक्सर क्रोध या चिंता का संकेत होता है और एक आह आमतौर पर उदासी का संकेत देती है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव