झज्जर: बीते वर्ष केएमपी पर हुए कई बड़े हादसों ने दिया दर्द
-बहुत बार होते हैं एक्सप्रेस-वे पर हादसे
झज्जर, 24 दिसंबर (हि.स.)। बीते वर्ष क्षेत्र में कई हादसों ने बड़ा दर्द दिया। अन्य मार्गों के अलावा कुंडली-मानसेर-पलवल एक्सप्रेस वे पर तो दुर्घटनाएं हुईं ही, शहर के खटीक मोहल्ले में एक घर में रसोई गैस से आग लगने के कारण दो जान चली गईं और परिवार के दो सदस्य घायल हो गए।
4 मई को केएमपी एक्सप्रेस-वे पर आसौदा के नजदीक ट्रक और कटेंनर की टक्कर में 29 कामगार घायल हो गए। वे रोहतक में हुए विवाह समारोह में हलवाई का काम करने के बाद दिल्ली के चांदनी चौक लौट रहे थे। हादसा कैंटर चालक को नींद की झपकी आने से हुआ। 26 जुलाई को केएमपी पर ही पर ही मांडोठी टोल प्लाजा के निकट बड़ा हादसा हुआ। इसमें चार लोगों की मौत हो गई और एक महिला गंभीर रूप से घायल हो हुई। ये लोग राजस्थान से धार्मिक यात्रा कर मेरठ लौट रहे थे। 22 मई को केएमपी पर ब्रेजा गाड़ी में एक अन्य वाहन की टक्कर से एक व्यक्ति की मौत हो गई और उनकी पत्नी व दो अन्य लोग जख्मी हो गए। 10 अगस्त को केएमपी पर क्रेटा कार की अज्ञात वाहन से टक्कर होने के कारण पांच लोगों की मौत हो गई। गुजरात के साबरकांठा के निवासी ये लोग गंगा में अपने परिजन की अस्थियां प्रवाहित करने के लिए बाद हरिद्वार जा रहे थे।
घर में हादसे से मच गया था कोहराम
बीते साल ही 30 अक्तूबर को बहादुरगढ़ की उत्तम कॉलोनी स्थित अपने घर के रसोई घर में चाय बना रही एक महिला और उनकी बेटी की गैस सिलेंडर फटने से मौत हो गई थी। जबकि महिला की छोटी बेटी घायल हो गई। इस खतरनाक विस्फोट की आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी और कमरे का फर्श और छत दोनों फट गई थी।
हिन्दुस्थान समाचार/ शील/संजीव