झज्जर: 12 दिनों से बंद टीकरी व झाड़ोदा बॉर्डर खुला, सेक्टर-9 मोड़ पर किलेबंदी बरकरार
-टीकरी बॉर्डर पर लगी 6 लेयर की बैरिकेडिंग हटाई
-आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र से अब आसानी से हो सकेगी दिल्ली में वाहनों की एंट्री
झज्जर, 24 फरवरी (हि.स.। आंदोलनकारी किसानों के खनौरी बॉर्डर से दिल्ली कूच का कार्यक्रम 29 फरवरी तक स्थगित किए जाने के ऐलान के बाद हरियाणा-दिल्ली की प्रमुख सीमाएं टीकरी बॉर्डर और झाड़ोदा बॉर्डर शनिवार रात खोल दिए गए।
इससे लोगों को दिल्ली आने-जाने में बड़ी राहत मिली है, लेकिन बहादुरगढ़ में सेक्टर-9 मोड़ पर फिलहाल मजबूत बैरिकेडिंग बरकरार रखी गई है। जिसकी वजह से वाहनों को दिल्ली जाने-आने में खासी मशक्कत करनी पड़ेगी। उन्हें सेक्टर-9 मोड़ से पहले मुंगेशपुर ड्रेन के साथ वाले रास्ते से एमआइई भाग-ए के अंदर से होते हुए दिल्ली जाना होगा। 13 फरवरी से सील टीकरी बॉर्डर शनिवार की रात खुल गया। यहां पर किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए कड़ी बैरिकेडिंग की गई थी। 6 लेयर की बैरिकेडिंग को शनिवार की शाम 4 बजे हटाने का काम शुरू किया गया। करीब डेढ़ घंटे में दिल्ली पुलिस ने जेसीबी की मदद से बैरिकेडिंग के दौरान रखे गए बड़े-बड़े पत्थरों, लोहे के कंटेनरों, रोड रोलर को हटा दिया गया। इसके बाद कंक्रीट की दीवार को तोड़ने का काम शुरू हुआ। जो देर रात तक चला।
दीवार को तोड़ने के बाद टीकरी बॉर्डर खुल गया और लोगों ने राहत कीं सांस ली। अब लोगों को दिल्ली आवागमन करने में हल्की राहत मिलेगी, क्योंकि बहादुरगढ़ में सेक्टर-9 मोड़ पर हरियाणा पुलिस द्वारा किसानों को रोकने के लिए 6 लेयर की बैरिकेडिंग की हुई है। अभी यहां से रास्ता नहीं खोला गया है। यहां पर भी मजबूत दीवारें बनाने के साथ-साथ बड़े-बड़े लोहे के कंटेनरों में मिट्टी भरकर रखी गई है। किसी भी सूरत में यहां से किसानों को आगे नहीं जाने दिया जाएगा। अभी यहां की बैरिकेडिंग बरकरार रहेगी।
दिल्ली जाने के लिए इस रास्ते से निकलना होगा
भले ही टीकरी बॉर्डर खोल दिया गया हो, लेकिन बहादुरगढ़ या बाहर से आने वाले वाहन चालकों को दिल्ली में प्रवेश करने से पहले खासी मशक्कत करनी पड़ेगी। दिल्ली-रोहतक रोड पर सेक्टर-9 मोड़ से पहले मुंगेशपुर ड्रेन के साथ वाले रास्ते से होकर एमआइई पार्ट-ए में जाना होगा। यहां से वे दिल्ली की तरफ जा सकेंगे। फिलहाल इस मार्ग पर वाहनों का भारी काफिला रहता है। इसकी वजह से दिन भर जाम की स्थिति बनी रहती है।
हिन्दुस्थान समाचार/शील/संजीव