झज्जर : महिला सरपंच ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए दिया पांच साल का मानदेय
झज्जर, 9 मई (हि.स.)। कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर में सहयोग करने के लिए अब आम लोग भी आगे आने लगे हैं। महिलाएं भी अपने सिंदूर की रखवाली करने में पीछे नहीं हैं। जिले के गांव परनाला की सरपंच अपना पांच साल का मानदेय ऑपरेशन के लिए देने की घोषणा की है। उन्होंने यह घोषणा शुक्रवार को प्रधानमंत्री राहत कोष के नाम तीन लाख रुपये का चेक जारी करके की।
ग्राम पंचायत परनाला की सरपंच मुकेश अशोक राठी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भारत सरकार ने पहलगांव आतंकी हमले का प्रतिशोध लेते हुए ऑपरेशन सिंदूर चलाया है। हमारी सेना ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी शिविरों पर सीधी स्ट्राइक कर आतंकियों का खात्मा करने का काम भी किया। ऐसे में पूरा देश भारत के सशस्त्र बलों के साथ खड़ा हो गया है। हम भारतीय सेना के पराक्रम पर गौरवान्वित हैं। युद्ध जैसे हालात में भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए हम सबका फर्ज बनता है कि सरकार को सहयोग करें। सरपंच मुकेश के पति अशोक राठी ने कहा कि उनकी पत्नी मुकेश ने शानदार पहल की है। उन्होंने अपना पांच साल का मानदेय भारत सरकार के सहायता कोष में देने का फैसला लिया है। गांव में पंच और महिलाओं के साथ बैठक कर सरपंच ने ये फैसला किया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार की तरफ से हर महीने सरपंच को 5 हजार रुपये मानदेय मिलता है जो पांच साल में 3 लाख होता है। अतः वो अपने मानदेय के 3 लाख रुपये ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए दे रही हैं। उन्होंने कहा कि आतंक का पूरी तरह सफाया होना मानवता के लिए जरूरी है। ग्रामीणों ने बैठक में भारत माता कर जयकारे भी लगाए।
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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज