कैथल: जिला की 20 पंचायत टीबी मुक्त घोषित, पुरस्कार में दी राष्ट्रपिता की प्रतिमा
कैथल, 23 जून (हि.स. )। टीबी मुक्त ग्रामीण भारत अभियान के तहत किए गए सर्वे के अनुसार जिले के 20 गांव भी टीबी मुक्त पाए गए। इन गांव की पंचायत को टीबी मुक्त घोषित किया गया है। डीसी प्रशांत पंवार ने इन ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों को सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में स्मृति चिह्न और प्रशंसा पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। जनवरी 2023 से दिसंबर 2023 तक किए गए सर्वे के आधार पर इन ग्राम पंचायतों को यह दर्जा दिया गया है।
डीसी प्रशांत पंवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान चलाकर लोगों को उत्साहित कर रहा है। जो पंचायत टीबी मुक्त हो गई हैं उन्हें सम्मानित किया गया है। उन्होंने सम्मानित होने वाली ग्राम पंचायतों से आह्वान किया कि वे इस टीबी मुक्त गांव के स्टेटस को बरकार रखें और साल 2025 तक देश से टीबी को खत्म करने में अपना शत प्रतिशत योगदान दें। उन्होने जिला कैथल की सभी ग्राम पंचायतों को राष्ट्रीय कार्यक्रम टीबी मुक्त भारत में बढ़ चढ़ कर भाग लेने का संदेश दिया।
इन गांवों को घोषित किया गया टीबी मुक्त, दिया सम्मान
गांव मंझेड़ी, बुडनपुर गुजरान, छन्ना जाटान, हरनौला, जनेदपुर, सुल्तानिया करतारपुर, कसौली, खेड़ी दाबन, मेगामाजरा, फर्शमाजरा, डडवाना, धेरडू, भालंग, दुमाड़ा, कलासर, नरवलगढ़, सिल्ला खेड़ा, बदनारा, जठेड़ी तथा मुन्नारेहड़ी।
सर्वे और रिकॉर्ड के आधार पर किया चयन
सिविल सर्जन डॉ. रेनू चावला ने बताया कि राज्य क्षयरोग कार्यालय, पंचकूला से आई टीम के द्वारा सर्वे व रिर्काड के आंकलन करने के उपरान्त कुल 20 ग्राम पंचायते चयनित की गई। टीबीमुक्त भारत अभियान के तहत स्वास्थ्य मंत्रालय ने गांवों के लिए कुछ पैरामीटर निर्धारित किए हुए थे। इन पैरामीटर को पूरा करने वाली पंचायतों को सम्मानित किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/नरेश/संजीव