मैदानगढ़ी गांव में तैयार हुआ वर्ल्ड क्लास स्कूल, शिक्षा मंत्री आतिशी ने किया उद्घाटन

 


नई दिल्ली, 21 अगस्त (हि.स.)। दिल्ली सरकार ने मैदानगढ़ी गांव की संकरी गलियों के बीच गवर्नमेंट को-एड सेकेंड्री स्कूल में एक शानदार चार मंज़िला स्कूल ब्लॉक का निर्माण कराया है। बुधवार को शिक्षा मंत्री आतिशी ने उद्घाटन कर इसे बच्चों को समर्पित किया।

इस मौके पर आतिशी ने कहा कि मैदानगढ़ी गांव के स्कूल में टूटे जर्जर क्लासरूम की जगह बना ये स्कूल ब्लॉक अब महंगे प्राइवेट स्कूलों की बिल्डिंग से भी शानदार है। उन्होंने कहा कि चार मंज़िला नए स्कूल ब्लॉक से मैदानगढ़ी, राजपुर, छत्तरपुर, नेब सराय सहित आसपास के हज़ारों बच्चों को फ़ायदा मिलेगा। उल्लेखानीय है कि स्टूडेंट्स का दबाव बढ़ने से ये स्कूल 2 शिफ्ट में चलता था, लेकिन नए स्कूल ब्लॉक से ये दोबारा सिंगल शिफ्ट में चलेगा। चार मंज़िला ये नया स्कूल ब्लॉक लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लासरूम से लैस है।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने विज़न से दिल्ली में शिक्षा की तस्वीर बदल दी और वर्ल्ड क्लास एजूकेशन के जरिए सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों काे आगे बढ़ने का मौक़ा दिया। उन्होंने साझा किया कि आज़ादी से 2015 तक की सरकारों ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में मात्र 24,000 कमरे बनवाये लेकिन पिछले 10 सालों में अरविंद केजरीवाल सरकार ने 22,000 से ज़्यादा क्लासरूम बनवाए। दिल्ली सरकार देश की पहली ऐसी सरकार बनी जिसने अपने शिक्षकों को विदेशों में ट्रेनिंग के लिए भेजा; हमनें टीचर्स ट्रेनिंग का बजट 10 गुना बढ़ाया।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में आज ग़रीब परिवार का बच्चा सरकारी स्कूल से पढ़कर इंजीनियर, डॉक्टर बन रहा है। बड़ी यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले रहा है और अपने परिवार को गरीबी से बाहर निकाल रहा है, ये अरविंद केजरीवाल जी की शिक्षा क्रांति है। अरविंद केजरीवाल ने ग़रीब परिवार के बच्चों को शानदार शिक्षा देकर उनका भविष्य संवारने का प्रयास किया, इसलिए उन्हें जेल में डाला गया। लेकिन दिल्लीवालों के प्यार और आशीर्वाद से जल्द अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आयेंगे और मौजूदा स्कूल में एक और नए ब्लॉक का शिलान्यास करेंगे।

आतिशी ने कहा कि मैदानगढ़ी गांव की संकरी गलियों में जहां गाड़ियों का निकलना मुश्किल है। उसमें शानदार 4 मंजिला स्कूल ब्लॉक बनवाने का काम सिर्फ़ अरविंद केजरीवाल जी की सरकार ही कर सकती है। एक ऐसे गांव में जहां जगह की कमी रही, स्कूल बिल्डिंग पर दबाव रहा वहां के लिए ये नया स्कूल ब्लॉक बहुत महत्वपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि आज जिस जगह पर ये शानदार 4 मंजिला मॉडर्न स्कूल बिल्डिंग है। कुछ साल पहले तक यहां टूटे-फूटे टीन शेड वाले 4 कमरे हुआ करते थे। जगह की कमी के कारण बच्चे मजबूरी में टीन शेड में पढ़ते थे और अभिभावक अपने दिल पर पत्थर रखकर बच्चों को स्कूल भेजते थे। लेकिन अब इस नए अकेडमिक ब्लॉक से अब मैदानगढ़ी गाँव और आसपास के बच्चों को पढ़ाई के लिए शानदार स्कूल बिल्डिंग मिल गयी है।

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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी / रामानुज