नारी शक्ति की सक्रिय भागीदारी विकसित और सशक्त भारत की दिशा को गति देगी: खंडेलवाल
-चांदनी चौक से भाजपा उम्मीदवार ने पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं से कड़ी मेहनत करने का किया आह्वान
नई दिल्ली, 20 मार्च (हि.स.)। चांदनी चौक लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार प्रवीण खंडेलवाल ने कहा है कि नारी शक्ति की सक्रिय भागीदारी निस्संदेह एक विकसित और सशक्त भारत की प्राप्ति की दिशा में यात्रा को गति देगी। उन्होंने इसके लिए पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं से कड़ी मेहनत करने का आह्वान किया।
खंडेलवाल ने बुधवार को राजधानी दिल्ली के अशोक विहार फेज-2 में भाजपा महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम पार्टी के लिए नहीं, बल्कि अपने निर्वाचन क्षेत्र और देश के लिए कड़ी मेहनत करें ताकि विकसित भारत के संकल्प को साकार किया जा सके।
चांदनी चौक निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार ने कहा कि लखपति दीदी योजना पूरे देश में महिलाओं को सशक्त बना रही है। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं विकसित भारत की मजबूत कड़ी हैं। वहीं, नारी शक्ति और राष्ट्र निर्माण की उनकी प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए खंडेलवाल ने कहा कि नमो ड्रोन दीदियां नवाचार, उपयुक्तता और आत्मनिर्भरता की चैंपियन हैं। उन्होंने कहा कि सरकार महिला सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने के लिए ड्रोन की शक्ति का लाभ उठा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि केवल नारेबाजी से महिला सशक्तिकरण का उद्देश्य पूरा नहीं होगा, इसके लिए विभिन्न सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूक बनाने के लिए देश के प्रत्येक हिस्से में जागरूकता अभियान तेज करने की जरूरत है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित चांदनी चौक निर्वाचन क्षेत्र की भाजपा महिला मोर्चा की सदस्यों के साथ बातचीत के दौरान, खंडेलवाल ने उनकी शिकायतों को ध्यान से सुना और समाधान की दिशा में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। खंडेलवाल ने कहा कि हम नारी शक्ति की ताकत, साहस और लचीलेपन को सलाम करते हैं। उन्होंने कहा कि हम शिक्षा, उद्यमिता, प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में पहल के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह पिछले कुछ वर्षों में मोदी सरकार की उपलब्धियों में भी परिलक्षित होता है।
खंडेलवाल ने आज की डिजिटल दुनिया में महिलाओं के लिए वित्तीय साक्षरता के महत्वपूर्ण महत्व और व्यक्तिगत वित्त के प्रबंधन में ज्ञान, संप्रभुता और समृद्धि के गुणों पर भी जोर दिया। उन्होंने महिलाओं को आधुनिक वित्त के लिए खुद को ज्ञान और कौशल से लैस करने, अपनी वित्तीय शक्ति को पहचानने और साइबर खतरों के खिलाफ सतर्कता के साथ डिजिटल परिदृश्य को नेविगेट करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि वित्तीय साक्षरता महज संख्यात्मक समझ से परे है। यह सुरक्षित वित्तीय भविष्य के लिए सूचित निर्णय लेने को सशक्त बनाने के बारे में है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अबकी बार, 400 पार पर जोर देते हुए, खंडेलवाल ने कहा कि कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम भारत में महिलाओं के बीच वित्तीय साक्षरता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो समग्र आर्थिक विकास और वित्तीय समृद्धि को प्रोत्साहित करने के व्यापक उद्देश्य के अनुरूप है।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर/आकाश