तीन दिवसीय युवा सम्मेलन डीयू के कमला नेहरू और गार्गी कॉलेज में 7 नवंबर से

 


नई दिल्ली, 5 नवंबर (हि.स.)। भारत के संविधान की आत्मा और उसकी वर्तमान प्रासंगिकता पर युवाओं, बुद्धिजीवियों तथा परिवर्तनकर्ताओं के बीच सार्थक संवाद स्थापित करने के लिए युवा सम्मेलन विमर्श 2025 ‘संविधान : द सोल ऑफ भारत’ का तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है। यह सम्मेलन दिल्ली विश्वविद्यालय के कमला नेहरू कॉलेज एवं गार्गी कॉलेज में 7 से 9 नवंबर तक आयोजित होगा।

तीन दिनों के इस आयोजन में विचार-सत्र, कार्यशालाएं, प्रदर्शनी, पुस्तक चर्चा, पैनल इंटरैक्शन, थीमैटिक स्टॉल, ओपन माइक, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, डॉक्यूमेंट्री स्क्रीनिंग और कलाकार संध्या जैसी विविध गतिविधियां शामिल होंगी।

डॉ. मीनू रानी ने बुधवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि विमर्श कार्यक्रम की शुरुआत 2016 में भारतीय मूल्यों पर विद्यार्थियों के संवाद के रूप में हुई थी। शुरू में 100 लोगों के साथ प्रारंभ हुआ यह आयोजन आज हजारों युवाओं से जुड़ चुका है। उन्होंने कहा मीडिया और विधि (लॉ) के माध्यम से युवाओं से जुड़ते हैं। यूनिट का कार्यक्रम 'भारत पूर्व' के नाम से मनाया जाता है, जबकि एनसीडब्ल्यूईबी का 'रितम' के माध्यम से।

डॉ. मीनू रानी ने कहा कि युवाओं का कार्य केवल विमर्श तक सीमित नहीं, बल्कि समाज में परिवर्तन लाना है। निरंतर उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए युवाओं को प्रेरित करना आवश्यक है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि यह सम्मेलन जियो-पॉलिटिक्स, जेंडर, कल्चर और आर्थिक स्थिति जैसे मुद्दों पर बड़े-बड़े विशेषज्ञों के साथ जुड़ने का सुनहरा अवसर है। सभी को इसमें भाग लेना चाहिए ताकि भारतीय युवा अपनी दिशा मजबूत कर सकें।

वहीं, डॉ. प्रतिभा त्रिपाठी ने सम्मेलन की आवश्यकता पर कहा कि जब युवा सब कुछ कर रहे हैं, तब भी विमर्श क्यों? क्योंकि मिलकर काम करने के बाद भी एक मंच की जरूरत है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में युवा अपनी सही दिशा पहचान सकें, इसके लिए यह अनिवार्य है।

उन्होंने बताया कि 2016 से शुरू हुआ यह कार्यक्रम कोविड के कारण दो वर्ष रुका, लेकिन अब आठ वर्ष पूरे कर चुका है। इसमें 40 से अधिक सत्र होंगे, जो भारतीयता की पद्धति और सनातन परंपरा को जोड़कर विकसित भारत के निर्माण पर केंद्रित रहेंगे। डॉ. त्रिपाठी ने सभी विश्विद्यालय के छात्रों से जुड़ने की अपील की।

कार्यक्रम में देश के विभिन्न क्षेत्रों से अनेक प्रतिष्ठित वक्ता उपस्थित रहेंगे, जिनमें प्रमुख हैंः भारतीय वायु सेना विंग कमांडर व्योमिका सिंह, इसरो के प्रसिद्ध अंतरिक्ष वैज्ञानिक डॉ. ओम प्रकाश पांडेय, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक नेता स्वामी समनंद गिरी और लेखिका एवं समाजसेविका नयना सहस्रबुद्धे के साथ अन्य वक्ता उपस्थित रहेंगे।

ये सभी वक्ता अपने-अपने क्षेत्रों शासन, नीति, विज्ञान, अध्यात्म, रक्षा, संस्कृति और नवाचार से जुड़ी प्रेरक यात्राओं के अनुभव साझा करेंगे, जिससे युवाओं में चिंतन, प्रेरणा और आत्मविश्वास की नई ऊर्जा जागृत होगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी