बजट पेश न करने पर एलजी ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
नई दिल्ली, 24 फ़रवरी (हि.स.)। दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र 15 फरवरी को उपराज्यपाल (एलजी) विनय कुमार सक्सेना के अभिभाषण के साथ ही शुरू हुआ। लेकिन अभी तक बजट पेश नहीं हुआ है, जिस पर एलजी ने नाराजगी जताई है। शनिवार को उन्होंने मुख्यमंत्री केजरीवाल को तीन पन्ने का पत्र लिखकर पूछा कि सरकार बजट पेश करने में क्यों देरी कर रही है ? जबकि सरकार द्वारा तैयार बजट को राष्ट्रपति से भी मंजूरी मिल चुकी है।
15 फरवरी को बजट सत्र के दौरान एलजी के अभिभाषण के बाद ही दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने सदन को बताया था कि अभी बजट में संशोधन हुआ है, इसे एलजी के पास भेजा गया है वहां से इसे गृह मंत्रालय को भेजा जाएगा। केंद्र सरकार से जब बजट को स्वीकृति मिलेगी तब सरकार बजट पेश करेंगी। इसलिए विधानसभा के सत्र की अवधि को बढ़ा दिया जाए।
इस दलील को सुनने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सत्र की अवधि तो बढ़ा दिया, लेकिन यह सत्र कब तक चलेगा अभी तय नहीं है। तब से लेकर शुक्रवार तक सदन की कार्यवाही कुछ घंटे ही चली। बजट को लेकर कोई बात नहीं हुई।
पिछले दिनों मंत्री आतिशी ने जब यह बयान दिया कि अभी बजट को एलजी से मंजूरी नहीं मिली है। इस पर भी एलजी ने एतराज जताया। पत्र में उन्होंने लिखा कि दिल्ली सरकार के बजट को तो राष्ट्रपति तक से मंजूरी मिल चुकी है। वो भी यह मंजूरी 19 फरवरी को ही मिल गई थी। अब तक बजट नहीं पेश करने का कोई औचित्य ही समझ में नहीं आ रहा है।
एलजी ने पत्र के जरिए मुख्यमंत्री को निर्देश दिया है कि वह जल्द से जल्द दिल्ली का बजट पेश करें। यह दिल्ली की जनता को जानने का पूरा हक है कि सरकार ने कैसा बजट तैयार किया है। उनके लिए इस बजट में क्या है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा का बजट 15 फरवरी से 21 फरवरी तक के लिए ही बुलाया गया था और इसी अवधि में दिल्ली सरकार में बजट पेश करने की बात कही थी, लेकिन अब तक सरकार की तरफ से यह स्पष्ट नहीं है कि दिल्ली की वित्त मंत्री विधानसभा में अपना बजट कब प्रस्तुत करेंगी। इस बार दिल्ली सरकार 80 हज़ार करोड़ का बजट पेश कर सकती है, जो अब तक का रिकॉर्ड होगा।
हिन्दुस्थान समाचार/ अश्वनी/अनूप