गौमाता को राष्ट्र माता का कानूनी दर्जा दिलाने की मांग को लेकर रामलीला मैदान में महारैली
नई दिल्ली, 20 नवंबर (हि.स.)। गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलवाने के लिए सोमवार को गौमाता राष्ट्र माता प्रतिष्ठा आंदोलन के तहत देशभर के गौ रक्षक सोमवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली की। प्रसिद्ध गौ कथा वाचक गोपाल मणि महाराज के नेतृत्व में देशभर के अलग-अलग राज्यों से बड़े-बड़े साधु संत भी प्रदर्शन में शामिल हुए।
दिल्ली के रामलीला मैदान में देशभर के अलग-अलग राज्यों से जुटे साधु संत और गौ रक्षकों ने अपनी मांगें रखीं। उन्होंने मांग कि केंद्र की मोदी सरकार गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित करे, जिससे पूरे देश में गौ माता को लेकर एक ही कानून लागू हो सके।
यह अभियान चारों पीठों के अनंतश्री विभूषित शंकराचार्य की देखरेख में राष्ट्रमाता गौ मंगलम अभियानम के तहत किया जा रहा है। इसमें अखाड़ा परिषद महामंडलेश्वर और अनेक कथावाचक भी शामिल हुए। हमारे देश में वेद, पुराण, उपनिषद में गाय को माता के रूप में पूजा गया है और कानून के आधार पर गाय को पशु का दर्जा मिला हुआ है।
नई दिल्ली भारतीय गौ क्रांति मंच के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी आलोक सोलंकी ने बताया कि हर रोज हजारों की संख्या में गौ माता को काटा जा रहा है। धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष चारों पुरुषार्थ प्रदान करने वाली गौ माता को वैदिक धर्म एवं सनातन धर्म ग्रंथों ने माता का स्थान दिया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, झारखंड केरल समेत कई राज्यों से यहां पर साधु संत और गौरक्षक गौ माता को राष्ट्र महासभा घोषित करने की मांग को लेकर पहुंचे हुए हैं। हमारी केंद्र सरकार से अपील है कि जल्द से जल्द हमारी मांग पर अमल किया जाए। केंद्र में हिंदुत्व वाली सरकार होने के बाद भी हमें यह लड़ाई लड़नी पड़ रही है। हम इस मंच के जरिए केंद्र सरकार से अपील करने आए हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्रालय को हम ज्ञापन भी सौंपेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/ अश्वनी/दधिबल