दिल्ली सरकार ने शुरू की सर्दी के मौसम में प्रदूषण को नियंत्रित करने की तैयारी
नई दिल्ली, 2 अगस्त (हि.स.)। दिल्ली सरकार सर्दियों में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सम्बन्धित विभागों के साथ इस बारे में उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में पर्यावरण विभाग, डीपीसीसी और विकास विभाग के अधिकारी शामिल रहे।
गोपाल राय ने बताया कि 21 अगस्त को दिल्ली सचिवालय मे पर्यावरण एक्सपर्ट्स के साथ सेव एनवायरनमेंट राउंड टेबल कांफ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। एक्सपर्ट्स की राय के आधार पर विंटर एक्शन प्लान बनाया जाएगा। इस वर्ष जन भागीदारी द्वारा प्रदूषण को नियंत्रित करना हमारी सरकार का मुख्य उद्देश्य रहेगा।
राय ने बताया कि सर्दियों में होने वाले वायु प्रदूषण के खिलाफ केजरीवाल सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है।
शुक्रवार को इस सम्बन्ध में पर्यावरण, डीपीसीसी और विकास विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई है। बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण सुझाव आए, जिनमें मुख्य तौर पर कुछ फोकस बिंदु चिह्नित किए गए हैं। इनको केंद्र बिंदु बनाकर काम किया जाएगा। जैसे धूल प्रदूषण, वाहनों से होने वाले प्रदूषण, पराली की समस्या है, जगह-जगह जलाए जाने वाला कूड़ा है। जाड़े के मौसम में हर इलाके में जगह-जगह कूड़ा जलाया जाता है। इसके अलावा औद्योगिक प्रदूषण है। इसमें यह सुनिश्चित किया जाएगा कि दिल्ली में सभी पंजीकृत औद्योगिक इकाइयों को पीएनजी में बदलाा गया हो। ग्रीन वॉर रूम एवं ग्रीन दिल्ली एप बनाया गया है। इसको और अपग्रेड करने का फैसला लिया गया है, ताकि हम और बेहतर तरीके से लोगों के साथ संवाद कर पाएं और उनकी शिकायतों पर उचित समय में कार्रवाई हो सके।
उन्होंने कहा कि अगला फोकस बिंदु हॉटस्पॉट है। यह दिल्ली के वो इलाके हैं, जहां लोगों को सबसे ज्यादा प्रदूषण का शिकार होना पड़ता है। फोकस बिंदु रियल टाइम अपोर्शनमेंट स्टडी है, जिसके द्वारा रियल टाइम प्रदूषण से संबंधित कारणों का पता चलेगा। फोकस बिंदु ई-वेस्ट ईको पार्क है। देश के पहले ईको पार्क का निर्माण दिल्ली के होलंबी कलां गांव में किया जा रहा है। यह ईको पार्क जीरो वेस्ट पॉलिसी के आधार पर कार्य करेगा। सरकार का अगला फोकस बिंदु दिल्ली में हरित क्षेत्र को बढ़ाना रहेगा। इसके साथ हम जन जागरूकता एवं जन भागीदारी को बढ़ावा देंगे।
प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। अगला फोकस बिंदु पटाखे पर प्रतिबंध है और अन्य फोकस बिंदु के तहत केंद्र सरकार और पड़ोसी राज्यों के साथ संवाद स्थापित किया जाएगा, ताकि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए संयुक्त रूप से कार्य किया जा सके। इसके अलावा ग्रेप का कार्यान्वयन है, जिसके इर्द-गिर्द हम अपने आगे के प्लान को विकसित करेंगे।
गोपाल राय ने कहा कि मुख्य फोकस बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा करने के लिए 21 अगस्त को पर्यावरण एक्सपर्ट्स के साथ सेव एनवायरनमेंट राउंड टेबल कांफ्रेंस का आयोजन दिल्ली सचिवालय मे किया जाएगा। सभी पर्यावरण एक्सपर्ट्स के सुझावों के आधार पर विंटर एक्शन प्लान बनाया जाएगा। इस राउंड टेबल कांफ्रेंस का मुख्य मकसद दिल्ली के अंदर प्रदूषण के खिलाफ इस जंग में बेहतर कार्य योजना का निर्माण करना है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि इस सेव एंवायरनमेंट राउंड टेबल कांफ्रेंस के एक्सपर्ट्स के सुझावों पर दिल्ली सरकार प्रदूषण के स्रोतों को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठा सकेगी। इससे दिल्ली के प्रदूषण के विभिन्न कारकों की पहचान करने और उनको दूर करने में मदद मिलेगी।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी / दधिबल यादव