विधानसभा अध्यक्ष ने केंद्रीय मंत्री खट्टर से की मुलाकात, ‘शताब्दी-यात्रा’ कॉफी टेबल बुक भेंट की

 




नई दिल्ली, 23 दिसंबर (हि.स.)। दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने मंगलवार को केंद्रीय शहरी विकास एवं विद्युत मंत्री मनोहर लाल खट्टर से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर अध्यक्ष ने मंत्री को “दिल्ली विधान सभा की प्रस्तुति शताब्दी-यात्रा, वीर विठ्ठलभाई पटेल” शीर्षक पर विशेष रूप से प्रकाशित कॉफी टेबल बुक भेंट की।

यह पुस्तक केंद्रीय विधान सभा के प्रथम भारतीय निर्वाचित अध्यक्ष वीर विठ्ठलभाई पटेल को समर्पित है। यह प्रकाशन वर्ष 1925 से 2025 तक भारत की संसदीय यात्रा का दस्तावेजीकरण करता है तथा आधुनिक संसदीय परंपराओं की नींव रखने वाले वीर विठ्ठलभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करता है।

इस दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने बताया कि दिल्ली में लगभग 72,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं वर्तमान में प्रगति पर हैं तथा राजधानी के लिए कई नई योजनाएं भी पाइपलाइन में हैं। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय रीजनल रैपिड ट्रांज़िट सिस्टम (आरआरटीएस) दिल्ली में परिचालित की जाएगी, जिससे पानीपत से करनाल तक की कनेक्टिविटी सुदृढ़ होगी। साथ ही, दिल्ली मेट्रो नेटवर्क के विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण हेतु कई पहलें योजनाबद्ध एवं क्रियान्वित की जा रही हैं, जिनका उद्देश्य शहरी गतिशीलता एवं क्षेत्रीय संपर्क को और बेहतर बनाना है।

कॉफी टेबल बुक के विषय में अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि यह कॉफी टेबल बुक भारत की विधायी एवं लोकतांत्रिक यात्रा के सौ वर्षों का समग्र दस्तावेज है। इस ग्रंथ में दुर्लभ अभिलेखीय छायाचित्रों, ऐतिहासिक दस्तावेजों तथा उन निर्णायक क्षणों को संकलित किया गया है जिन्होंने 20वीं शताब्दी के आरंभ से भारतीय लोकतंत्र को आकार दिया। पुस्तक का एक प्रमुख आकर्षण वर्ष 2025 में आयोजित ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस का विस्तृत विवरण है, जिसका आयोजन केंद्रीय विधान सभा के प्रथम अध्यक्ष के रूप में विठ्ठलभाई पटेल के निर्वाचन के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में किया गया था।

गुप्ता ने केंद्रीय मंत्री को दिल्ली विधान सभा विभिन्न विकास कार्यों से भी अवगत कराया। इनमें दिल्ली सरकार में ऑडिट पैरा मॉनिटरिंग सिस्टम (एपीएमएस) का पूर्ण संचालन शामिल है, जिसके माध्यम से दिल्ली देश की पहली विधानसभा बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन (नेवा) जैसी परिवर्तनकारी पहल की जानकारी भी दी, जिसके माध्यम से दिल्ली विधानसभा पूर्णतः डिजिटल एवं कागज रहित सदन बन चुकी है। इसके अतिरिक्त, विधानसभा को पूर्णतः सौर ऊर्जा आधारित हरित विधायिका में परिवर्तित किए जाने के प्रयासों से भी मंत्री को अवगत कराया गया, जिससे इसकी लोकतांत्रिक विरासत संरक्षित होगी और आम जनता इस ऐतिहासिक परिसर को देख सकेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी