डेंगू-मलेरिया-चिकनगुनिया काे लेकर आआपा का आरोप भ्रामक राजनीतिक है : महापौर

 




नई दिल्ली, 5 नवंबर (हि.स.)। दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के झूठे आंकड़े प्रस्तुत कर आम आदमी पार्टी (आआपा) नागरिकों को भ्रमित और गुमराह करने का प्रयास कर रही है। करने का कार्य कर रही है। इस संबंध में पार्टी द्वारा लगाए गए आरोप पूर्णतः भ्रामक, निराधार एवं राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं। पार्टी हताशा में आकर गलत तथ्यों के माध्यम से इस प्रकार की राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह बातें दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह ने बुधवार काे कही।

महापौर ने कहा कि दिल्ली नगर निगम नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए चौबीसों घंटे निरंतर कार्यरत है। डेंगू, मलेरिया एवं चिकनगुनिया के नियंत्रण हेतु निगम के स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरे शहर में व्यापक फॉगिंग, एंटी-लार्वा स्प्रे एवं जनजागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। इस विषय पर राजनीति करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।

महापौर ने कहा कि इस वर्ष अक्टूबर माह में डेंगू के केवल 377 मामले सामने आए, जबकि जब आम आदमी पार्टी दिल्ली नगर निगम एवं दिल्ली सरकार में सत्तासीन थी, अक्टूबर 2024 में डेंगू के 2,431 मामले तथा अक्टूबर 2023 में 2,003 मामले दर्ज किए गए थे। उन्होंने कहा कि इन आँकड़ों से स्पष्ट होता है कि आम आदमी पार्टी झूठे तथ्यों के आधार पर राजनीति कर रही है और नागरिकों में भ्रम फैलाने का प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के शासनकाल में केवल प्रचार-प्रसार पर धन व्यय किया गया, जबकि भाजपा लगातार ज़मीनी स्तर पर डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए कार्य कर रही है। यही कारण है कि इस वर्ष पिछली बार की तुलना में डेंगू के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है।

महापौर ने बताया कि अब तक दिल्ली नगर निगम द्वारा 30,52,781 घरों में मच्छररोधी दवा का छिड़काव किया गया है। डीबीसी कर्मचारियों ने कुल 3,21,99,563 घरों का निरीक्षण किया है। मच्छरों की उत्पत्ति पाए जाने पर 1,43,440 कानूनी नोटिस जारी किए गए हैं और 28,028 मामलों में कार्रवाई की गई है।

उन्होंने कहा कि इन आँकड़ों से यह स्पष्ट है कि दिल्ली नगर निगम मच्छर जनित बीमारियों के विरुद्ध ठोस एवं सतत कार्रवाई कर रहा है ताकि नागरिकों को डेंगू, मलेरिया एवं चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से सुरक्षित रखा जा सके।

महापौर ने यह भी बताया कि आम आदमी पार्टी ने नगर निगम के एमटीएस (पीएच) कर्मचारियों को हड़ताल के लिए उकसाने का प्रयास किया, ताकि दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामलों में वृद्धि हो और उसे राजनीति करने का अवसर मिल सके। किंतु एमटीएस (पीएच) कर्मचारियों ने दिल्ली नगर निगम की भाजपा सरकार पर विश्वास व्यक्त करते हुए हड़ताल समाप्त कर दी।

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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी